अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़कर 208.46 मीटर के पार पहुंची यमुना, कई इलाके में बाढ़ जैसे हालात, खाली करने की चेतावनी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13जुलाई। दिल्ली में यमुना नदी के उफान की वजह से इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने से कई निचले इलाके डूब गए हैं और अब बाढ़ का पानी सड़कों तक आ गया है, जिसके चलते कुछ रास्तों को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है। गुरुवार की सुबह छह बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर तक पहुंच गया। यमुना का यह जलस्तर अब तक का एक रिकॉर्ड है। इससे पहले बुधवार की रात 10 बजे यमुना का जलस्तर 208.05 मीटर तक पहुंच गया था। यमुना के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतीर का असर दिल्ली में यमुना नदी के पास बसे इलाकों में दिखने लगा है। हालात कुछ ऐसे हैं कि यमुना के पास बसी बस्तियों में कई फीट पानी भर चुका है। इतना ही नहीं यमुना बाजार की दीवार से पानी भी रिसने लगा है। दिल्ली में बाढ़ के खतरे के बीच प्रशासन भी सतर्क है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने यमुना के जलस्तर को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की आपात बैठक बुलाई है। यह मीटिंग दोपहर 12 बजे होगी।

बता दें कि यमुना में जलस्तर के लगातार बढ़ने की वजह बीते कुछ दिनों से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में हो रही लगातार बारिश है। जिस वजह से दिल्ली के आसपास के तमाम बांधों में क्षमता से अधिक पानी है। लिहाजा इन बांधों के फाटक को खोल दिया गया है। जिस वजह से दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

वहीं दिल्ली में यमुना के जलस्तर में अगले कुछ दिनों में गिरावट की संभावनाएं कम ही है। इसकी वजह है मौसम विभाग की पहाड़ी राज्यों को लेकर जारी की गई चेतावनी। मौसम विभान ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में अगले कुछ दिनों तक रुक रुककर बारिश का दौर जारी रहेगा। अगर ऐसा होता है तो इससे पहाड़ी नदियों के साथ-साथ दिल्ली और आसपास के मैदानी इलाकों से होकर गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का दौर जारी रह सकता है।

गौरतलब है कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बुधवार को बढ़कर 207.83 मीटर पर पहुंच गया था। यह 1978 के बाद यहां यमुना में पानी का सबसे ज्यादा स्तर है, जिसके कारण डूब क्षेत्र में आने वाले इलाकों में पानी बढ़ गया है। यमुना का पानी उत्तरी दिल्ली की एक प्रमुख सड़क तक आ गया है। कश्मीरी गेट, रिंग रोड, आईटीओ पर भी पानी भर गया। पूर्वी दिल्ली से मध्य दिल्ली और कनॉट प्लेस तक आने-जाने के कुछ रास्तों पर भी यमुना का पानी आने लगा ।

यमुना के बढ़ते जलस्तर से खराब होते हालात के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को अपनी सरकार के मंत्रियों के साथ आपात बैठक की। बैठक में बाढ़ के हालातों से निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई। केजरीवाल ने यमुना किनारे निचले इलाकों में रह रहे लोगों से अपील की कि वे इंतजार नहीं करें, फौरन इन इलाकों को खाली कर दें। हालांकि लोगों ने पहले ही इलाके खाली करना शुरू कर दिए हैं। यहां के लोग राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं। केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर केंद्र से मदद मांगी। इसमें कहा है कि हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी नियंत्रित रूप से छोड़ा जाए।

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