समग्र समाचार सेवा
न्यूयार्क, 25 फरवरी। यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रमण की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में एक प्रस्ताव लाया गया है। इसमें रूस को यूक्रेन से अपने सैनिकों को बिना किसी देरी के पूरी तरह से और बिना शर्त वापस लेने के लिए कहा गया है। यूएनएससी के इस प्रस्ताव पर आज न्यूयॉर्क में वोटिंग होगी। संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जाहिर किया है। साथ ही रूसी आक्रमण को अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई को तत्काल बंद करने का आह्वान
मसौदे पर वोटिंग से पहले यूएनएससी के सदस्यों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई को तत्काल बंद करने का आह्वान किया है। आपको बता दें कि पुतिन ने यूक्रेन और रूस के बीच आने वालों को गंभीर अंजाम भुगतमे की चेतावनी दी थी। मसौदा प्रस्ताव में कहा गया है, “रूसी संघ अपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर यूक्रेन के क्षेत्र से अपने सैन्य बलों को तुरंत और पूरी तरह से बिना शर्त वापस ले।”
रूस पर पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध लगाए
मास्को को यूक्रेन पर आक्रमण करने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इसका कोई खासा असर नहीं दिखा है। रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव तक में दाखिल हो चुके हैं। इसकी जानकारी खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दी थी।
यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन हुआ
संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव में यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के कुछ क्षेत्रों को स्वतंत्र क्षेत्रों के रूप में मान्यता देने के रूस के फैसले की निंदा की गई है। इसे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया गया है। प्रस्ताव में पुरानी स्थिति को बहाल करने की मांग की गई है। प्रस्ताव में मिन्स्क समझौतों के पक्षकारों से इसका पालन करने और उनके पूर्ण कार्यान्वयन की दिशा में “प्रासंगिक अंतर्राष्ट्रीय ढांचे” में रचनात्मक रूप से काम करने का भी आह्वान किया गया है।
जरूरतमंद लोगों को मानवीय सहायता दी जाएगी
मसौदा प्रस्ताव में कहा गया है, “यूक्रेन में जरूरतमंद लोगों को मानवीय सहायता की तीव्र, सुरक्षित और निर्बाध पहुंच की अनुमति दें। बच्चों सहित कमजोर परिस्थितियों में फंसे व्यक्तियों की रक्षा के लिए रेसक्यू ऑपरेशन चलाने देने का आह्वान किया गया है।”
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