बसपा का नया पैंतरा, ब्राह्मण सम्मेलन का नाम बदलकर किया “प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान में विचार गोष्ठी”

समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 23जुलाई। बहुत समय से सत्ता से दूर बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर सत्ता में अपने अधिकार जमाने का आतुर है। इसके लिए बसपा अपनी नए-नए पैतरैं आजमा रहा है और सभी वर्गों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में बसपा ने अब श्रीराम नगरी अयोध्या को चुना है जहां वह यूपी विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान का आगाज करने जा रही है। पार्टी का ब्राह्मण सम्मेलन आज अयोध्या में आयोजित होना है था लेकिन अब इसे बदलकर प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान में विचार गोष्ठी कर दिया है।
जानकारी के अनुसार आज 23 जुलाई को अयोध्या में देवकाली के तारा जी रिजॉर्ट में ये कार्यक्रम होना है। इसमें बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मणों को संबोधित करेंगे। सतीश चंद्र मिश्रा दोपहर 1 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. इस पूरी कवायद को विधानसभा चुनाव को लेकर ब्राह्मणों को बसपा के मंच पर लाने की कोशिश माना जा रहा है।
अयोध्या से आगाज के बाद 29 जुलाई तक अलग-अलग ज़िलों में इस गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. इसमें 24-25 को अम्बेडकर नगर में कार्यक्रम होना है. उसके बाद 26 जुलाई को इलाहाबाद में गोष्ठी होगी, फिर 27 को कौशाम्बी, 28 को प्रतापगढ़ और 29 को सुल्तानपुर में कार्यक्रम होना है. इन सभी कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि सतीश चंद्र मिश्रा रहेंगे. वहीं नकुल दुबे व अन्य बसपा के विधायक व सांसद मौजूद रहेंगे।

किसानों के समर्थन में बसपा

बता दें कि बसपा किसानों के समर्थन में उतरी है। किसानों का समर्थन करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भी केन्द्र सरकार से तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग की है।

बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि किसानों के प्रति सरकारों को अहंकारी ना होकर संवेदनशील और हमदर्द होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुख यह है कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर काफी लंबे समय से किसान आंदोलित हैं, अब ये जंतर मंतर पर किसान संसद लगाए हैं। केंद्र चालू सत्र में ही इनको रद्द करें। बीएसपी की यह मांग है।

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