पर्थ टेस्ट में बुमराह एंड कंपनी ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी जीत के साथ 47 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 नवम्बर।
भारतीय क्रिकेट टीम ने पर्थ के मैदान पर इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में 295 रनों के बड़े अंतर से हराया। यह न केवल ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत की अब तक की सबसे बड़ी जीत है, बल्कि इसने 47 साल पुराने रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया है। जसप्रीत बुमराह और टीम इंडिया के हर खिलाड़ी के प्रदर्शन ने इस ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई।

ऐतिहासिक जीत की कहानी

पर्थ टेस्ट में भारत ने पहली पारी में 400 और दूसरी पारी में 300 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम दोनों पारियों में संघर्ष करती नजर आई। भारतीय गेंदबाजों ने मेजबानों को पहली पारी में 180 और दूसरी पारी में मात्र 225 रनों पर समेट दिया।

बुमराह का कमाल

जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाए। उनकी तेज गेंदबाजी और सटीक यॉर्कर ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया। बुमराह ने मैच में कुल 10 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया।

यशस्वी जायसवाल का धमाल

युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में शानदार शतक लगाकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। उन्होंने 130 रनों की पारी खेली और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को अपनी तकनीक और संयम का लोहा मानने पर मजबूर कर दिया। उनकी यह पारी भारतीय पारी की रीढ़ साबित हुई।

47 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा

इस जीत ने 1977 में मेलबर्न में भारत की 222 रनों से हुई जीत का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पर्थ की तेज और उछालभरी पिच पर भारत का यह प्रदर्शन ऐतिहासिक माना जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया, जो अपने घरेलू मैदानों पर अजेय माना जाता है, इस बार भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों के संयुक्त प्रदर्शन के सामने टिक नहीं पाया।

विराट कोहली और टीम की रणनीति

कप्तान विराट कोहली की आक्रामक कप्तानी और सूझबूझ भरी रणनीति ने इस जीत में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने गेंदबाजों को सही समय पर उपयोग किया और बल्लेबाजों को आक्रमण और रक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

जीत के मुख्य क्षण

  1. बुमराह का स्पेल: ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने वाले बुमराह के घातक ओवर।
  2. जायसवाल का शतक: पहली पारी में टीम को मजबूती देने वाली शानदार बल्लेबाजी।
  3. टीम वर्क: हर खिलाड़ी का योगदान, चाहे वह गेंदबाजी हो या फील्डिंग।

निष्कर्ष

पर्थ में मिली यह ऐतिहासिक जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया मील का पत्थर है। बुमराह, जायसवाल, और कोहली की टीम ने दिखा दिया कि भारतीय क्रिकेट टीम किसी भी चुनौती को पार कर सकती है। इस जीत ने सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया नहीं, बल्कि यह साबित कर दिया कि भारतीय टीम अब दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में से एक है।

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