समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 09मार्च। लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होना बाकी है. मौटे तौर पर माना जा रहा है कि इलेक्शन अप्रैल-मई में होंगे. देश के सबसे बड़े राज्य की राजनीति पर सभी की निगाहें हैं. बीजेपी ने की यहां की 80 सीटों के लिए अपने कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है. अब यूपी से ही लोकसभा चुनाव तैयारी से जुड़ी खबर मायावती की खेमे से आ रही है. कहा जा रहा है कि वह चुनावी गणित बदलेंगी. इसी के साथ बसपा कांग्रेस गठबंधन के चर्चे भी बढ़े हैं. सूत्रों की ओर से सूचना है कि बसपा सुप्रीमो का कांग्रेस से गठबंधन हो सकता है. गठबंधन को लेकर कांग्रेस और बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच बात हो चुकी है. बसपा से गठबंधन के बाद यूपी का चुनावी समीकरण बदलेगा.
12 मार्च तक बीएसपी लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगी. प्रयागराज मंडल के लोकसभा प्रत्याशियों का ऐलान 12 मार्च तक होगा. प्रयागराज, फूलपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर सीट पर बीएसपी ने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं. 12 मार्च तक इन सीटों पर बीएसपी लोकसभा के प्रत्याशी घोषित कर देगी. प्रयागराज संसदीय सीट पर बीएसपी ओबीसी वर्ग को चुनाव में लाएगी. फूलपुर सीट पर ब्राह्मण या फिर मुस्लिम समाज से प्रत्याशी बनाएगी. बीएसपी प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर ब्राह्मण समाज से प्रत्याशी उतारेगी. फतेहपुर सीट पर बीएसपी मुस्लिम समाज से प्रत्याशी घोषित करेगी. कौशांबी लोकसभा सीट एससी के लिए सुरक्षित है.
क्या बोलीं मायावती
बीएसपी देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है. ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत न्यूज़. मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए. लोग भी सावधान रहें.
ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं. इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं. किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है.
कब हो सकती चुनाव की तारीखों की घोषणा
चुनाव आयोग 15 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है. इस तैयारी में चुनाव आयोग 11 मार्च को अपने सभी 2 हजार पर्यवेक्षकों के साथ एक बैठक करेगा. देश भर से आ रहे ये पर्यवेक्षक पुलिस ,सिविल और अन्य सेवा से जुड़े हैं. दिल्ली में ब्रीफिंग के बाद, लगभग 2,000 पर्यवेक्षकों को संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में भेजा जाएगा. बैठक के तुरंत बाद, चुनाव आयोग 12 और 13 मार्च को जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए श्रीनगर जायेगा. चुनाव की घोषणा से पहले किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की आखिरी यात्रा होने की संभावना है.
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