कैप्टन अमरिंदर और सिद्धू आए एक साथ, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने परिवारिक संबंधों को किया याद

समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 23जुलाई। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू समेत चार कार्यकारी अध्यक्षों को ताजपोशी के मौके पर बधाई दी। इस मौके पर कैप्टन ने कहा कि अलगे चुनावों में न बादल दिखेंगे और न ही मजीठिया नजर आएंगे। उन्होंने कहा, नवजोत सिंह सिद्धू के पिता ही मुझे सिसायत में लेकर आए। अब मैं और सिद्धू पंजाब में ही नहीं, देश में भी राजनीति में इकट्ठे चलेंगे। इस दौरान कैप्टन अमरिंदर ने अपनी पार्टी द्वारा किए गए कामों के बारे में बताया और अकालियों को बेअदबी मामले में भी घेरा।

कैप्टन ने कहा कि वह सिद्धू को बचपन से जानते हैं, जब सिद्धू का जन्म हुआ था, उन्हें सेना में कमिश्न मिला था। मैंने साल 1970 में सेना छोड़ी थी, तब मेरी मां ने मुझे राजनीति में आने की सलाह दी थी। उस समय से नवजोत सिद्धू के पिता के साथ मेरे अच्छे संबंध है। कैप्टन ने सिद्धू से कहा कि आपको लोगों को जोड़ना होगा। पंजाब से साथ-साथ बाहर और अंदर की लड़ाई लड़नी पड़ेगी। उन्होंने पाकिस्तान, चीन और तालिबान का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब ही नहीं बल्कि यह पूरे देश की सुरक्षा का मामला है।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह दोनों एक साथ चलकर पंजाब में कांग्रेस को और मजबूत करेंगे। साथ ही कैप्टन ने कहा कि पंजाब में मसला सिर्फ एक नहीं है। पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगती है। पाकिस्तान रोज हथियार व ड्रग्स भेज रहा है। जो शांति व्यवस्था के लिए खतरा है। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू को बैठाए जाने पर कैप्टन ने कहा कि पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने जिस दिन कहा कि सिद्धू को पंजाब का प्रधान बनाना चाहते हैं तो उन्होंने उसी दिन कह दिया था कि उनका फैसला उन्हें मंजूर होगा।
इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कहा कि किसान दिल्ली की सड़कों पर है। यह सबसे बड़ा मसला है। सिद्धू ने महंगी बिजली खरीदने का मुद्दा उठाया। साथ ही बेअदबी मामले पर भी कहा। सिद्धू ने इस दौरान कहा कि आज पूरे पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधान बन गए हैं।

इससे पहले, पंजाब भवन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए कुर्सी लगाई गई थी। कैप्टन जैसे ही टी पार्टी में पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने उनका अभिवादन किया। जब सिद्धू अपनी सीट पर बैठने लगे तो कुछ विधायकों ने कहा कि आप सीएम साहब के साथ ही बैठो। सिद्धू खुद अपनी कुर्सी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पास ले गए और दोनों ने इकट्ठे बैठकर चाय पी। इस दौरान दोनों के बीच हल्की फुल्की बात भी हुई। उम्मीद की जा रही है कि इससे कैप्टन व सिद्धू के बीच जमी रिश्तों की बर्फ पिछलेगी। टी पार्टी के बाद सभी नेता पंजाब कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचे।

सिद्धू की ताजपोशी के लिए पंजाब कांग्रेस भवन को दुल्हन की तरह सजाया गया था। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम रहे। इससे पहले टी पार्टी के दौरान पंजाब भवन में केवल उन्हीं लोगों को एंट्री दी गई जिनकी सूची सीएमओ की तरफ से आई थी। सिद्धू के साथ समर्थक भी जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया।

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