सावधान! सोशल मीडिया पर वैक्सीन सर्टिफिकेट शेयर करना पड़ सकता है महंगा, जाने क्यों

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28मई। जहां एक तरफ सरकार कोरोना से निजात पाने के लिए कोविड वैक्सीनेशन पर जो दे रही है वहीं सरकार ने कोविड वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर शेयर करने पर पाबंदी लगा दी है।
जी हां अगर आपने वैक्सीन लगवाई है तो आपको पता होगा कि सरकार प्रत्येक व्यक्ति को एक वैक्सीन सर्टिफिकेट जारी कर रही है। अगर आपने इन सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर साझा किया है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि इससे आपको खतरा हो सकता है।
जी हां सरकार ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लोगों को कोविड-19 वैक्सीन सर्टिफिकेट को ऑनलाइन शेयर न करने पर चेतावनी देते हुए उस सर्टिफिकेट को शेयर करने से मना कर दिया है और इसके पीछे एक वजह भी है।
दरअसल, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में नाम, उम्र और लिंग और अगले डोज की तारीख समेत कई जानकारियां शामिल होती हैं। जिसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए सरकार ने आपको सावधानी बरतने की सलाह दी है।

Cyber Dost के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया। यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा बनाया गया एक सेफ्टी और साइबर सिक्योरिटी जागरूकता साधन है। ट्वीट में शेयर की गई फोटो में लिखा है कि ‘Covid-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में व्यक्ति का नाम और अन्य पर्सनल डिटेल होती हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने वैक्सीन सर्टिफिकेट को शेयर करने से बचना चाहिए, क्योंकि साइबर क्रिमनल आपको धोखा देने के लिए इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।’

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