बीरभूम हिंसा और आगजनी की सीबीआई करेगी जांचः हाईकोर्ट

समग्र समाचार सेवा

कोलकाता25 मार्च। बीरभूम हिंसा और आगजनी वाले मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। यह आदेश कोलकाता हाईकोर्ट ने दिया है। वहां हिंसा के बाद आग से जलकर 2 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले अदालत ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए दो दिनों तक मामले पर सुनवाई के बाद गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। रामपुरहाट हिंसा पर राज्य सरकार ने गुरुवार को हाई कोर्ट के निर्देश पर जांच की स्टेटस रिपोर्ट के साथ केस डायरी जमा की थी, जिसके बाद अदालत ने इसपर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। गौरतलब है कि रामपुरहाट हिंसा पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है।

राज्य के महाधिवक्ता एसएन मुखर्जी ने अदालत को केस डायरी सौंपी

मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायाधीश राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ ने इस कांड को लेकर राज्य सरकार को गुरुवार दोपहर दो बजे तक जांच की स्टेटस रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया था। इस दिन राज्य के महाधिवक्ता एसएन मुखर्जी ने अदालत को केस डायरी सौंपी। उन्होंने खंडपीठ को यह भी सूचित किया कि अदालत के निर्देश पर वहां 31 क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगाए गए हैं। घटनास्थल पर गई सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल) की टीम की सुरक्षा की भी व्यवस्था की गई है।

सीबीआई जांच का विरोध किया गया

महाधिवक्ता ने सीबीआई जांच का विरोध करते हुए कहा कि सीबीआई जांच के आदेश दुर्लभ व आपवादिक मामलों में दिए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर ऐसे मामले, जिनमें राज्य प्राधिकरण के उच्च पदाधिकारी शामिल हों या फिर आरोपित खुद ही जांच एजेंसी का उच्च पदाधिकारी हो।

सभी शवों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गई

महाधिवक्ता ने अदालत को यह भी बताया कि एक को छोड़कर बाकी सभी शवों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गई है। केस डायरी पर गौर करने के बाद हाई कोर्ट ने मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के अतिरिक्त सालिसिटर जनरल ने अदालत को कहा था कि सीबीआइ मामले की जांच के लिए तैयार है। घटना के बाद से ही इसकी मांग हो रही है।

एसआईटी मामले की कर रही जांच

केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई थी। एसआईटी मामले की जांच कर रही है। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में टीएमसी नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा में दो बच्चों और तीन महिलाओं समेत आठ लोगों की जान चली गई। वहीं फोरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जिंदा जलाए गए आठ लोगों को नरसंहार से पहले बुरी तरह पीटा गया था।

मामले में अबतक 20 लोग हो चुके गिरफ्तार

उधर घटना के संबंध में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य सरकार ने कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। जानकारी के अनुसार इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में रामपुरहाट के थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।

हिंदू सेना सुप्रीम कोर्ट पहुंचीसुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से एसआईटी जांच कराने की मांग

हिंदू सेना के अध्यक्ष द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है, जिसमें एक सेवानिवृत्त एससी न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली एसआईटी द्वारा बीरभूम हिंसा की जांच की मांग की गई है।

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