समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 अप्रैल। भारत सरकार ने सतर्कता डोज के लिए निर्धारित समय के अंतराल में कोई बदलाव नहीं किया है। बता दें कि सतर्कता डोज के लिए नौ महीने का अंतराल निश्चित किया गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में ही संभावना जताई जा रहीं थी कि अंतराल को घटाकर छह महीने कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा भारत सरकार ने नहीं किया है।
कयास लगाया गया था कि कोरोना रोधी वैक्सीन का दूसरा डोज व सतर्कता डोज के बीच के अंतर को कम करने के लिए टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा सिफारिश किए जाने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि आईसीएमआर व अन्य अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थानों के रिसर्च के अनुसार वैक्सीन के दोनों डोज के साथ प्राथमिक वैक्सीनेशन से करीब छह महीने बाद शरीर में एंटीबाडी स्तर कम हो जाता है। बूस्टर डोज देने से महामारी के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बढ़ जाती है।
नौ माह पहले दूसरा डोज ले चुके 18 साल से अधिक उम्र के लोग सतर्कता डोज के लिए पात्र हैं। भारत ने 10 जनवरी से स्वास्थ्य देखभाल में जुटे और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को सतर्कता डोज देना शुरू किया था। सरकार ने मार्च में 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को सतर्कता डोज के लिए पात्र बना दिया था।
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