“केंद्र सरकार का कड़ा प्रहार: पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर लगाई रोक, देशभर में गूंजा फैसला!”
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 अप्रैल। देश की राजधानी से आज एक और बड़ी खबर आई है जिसने अंतरराष्ट्रीय हलकों में भी हलचल मचा दी है। केंद्र सरकार ने एक सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इस ऐतिहासिक फैसले ने धार्मिक पर्यटन, कूटनीति और आस्था के गलियारों में जोरदार बहस छेड़ दी है।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार का स्पष्ट मत है कि मौजूदा वैश्विक और सीमा पार हालात को देखते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु एकत्र होते हैं, ऐसे में किसी भी तरह का जोखिम उठाना सरकार को मंजूर नहीं।
चारधाम — यानी बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री — हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थस्थल माने जाते हैं। अब तक पाकिस्तानी हिंदू श्रद्धालुओं को विशेष अनुमति के आधार पर यात्रा की अनुमति दी जाती थी, लेकिन अब इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले के पीछे बढ़ते भारत-पाकिस्तान तनाव का भी हाथ है। हाल के महीनों में सीमाओं पर बढ़ी झड़पें और आतंकी घटनाओं ने सरकार को चौकस कर दिया है। अफसरों का कहना है कि धार्मिक यात्राओं की आड़ में ‘अन्य गतिविधियों’ की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तानी हिंदू समुदाय में इस फैसले से निराशा जरूर दिखी, लेकिन भारत में बड़ी संख्या में लोगों ने इसे देशहित में लिया गया ‘जरूरी और सख्त कदम’ करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी इस फैसले को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई यूजर्स ने लिखा — “आस्था जरूरी है, लेकिन राष्ट्र सर्वोपरि।”
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने साफ किया कि यह निर्णय किसी धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। भविष्य में हालात सामान्य होने पर इस फैसले की समीक्षा की जा सकती है, लेकिन फिलहाल यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध जारी रहेगा।
केंद्र सरकार के इस फैसले ने एक बार फिर यह संदेश साफ कर दिया है कि भारत अपनी आंतरिक सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है — चाहे मामला कितना भी संवेदनशील क्यों न हो।
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