छत्तीसगढ़ अपडेट: युवा जीवन में अपने लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम का संकल्प लें: सुश्री उइके
राज्यपाल सुश्री उइके भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित युवा उत्सव कार्यक्रम में हुई शामिल
समग्र समाचार सेवा
रायपुर, 16 सितम्बर। युवा जीवन में अपने लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम का संकल्प लें। इसी संकल्प से आप सफल होंगे और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे पाएंगे। उक्त उद्गार राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, रायपुर में आयोजित युवा उत्सव कार्यक्रम में व्यक्त किए। भारतीय उद्योग परिसंघ के रायपुर वाय.आई. चेप्टर द्वारा युवा उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें देश एवं प्रदेश के प्रमुख उद्यमी/उद्योगपति, विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के युवा विद्यार्थी शामिल हुए। इस दौरान राज्यपाल सुश्री उइके ने भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा विभिन्न मानकों के आधार पर चयनित किए गए औद्योगिक ईकाईयों तथा परिसंघ के विशिष्ट सदस्यों को पुरस्कार प्रदान किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने उपस्थित युवा विद्यार्थियों से कहा कि आपको अपना जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम का संकल्प लेना होगा। तभी आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर देश निर्माण में अपनी भूमिका निभा पाएंगे। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि बतौर कुलाधिपति मैंने युवाओं के कैरियर मार्गदर्शन तथा काउंसलिंग के लिए विश्वविद्यालयों को निर्देशित भी किया है, ताकि युवा अपनी रूचि के अनुरूप अपना क्षेत्र का चुनाव कर पाएं। राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत की विकास यात्रा में भारतीय उद्योग परिसंघ पिछले 125 वर्षों से जुटा हुआ है। एक संस्थान के लिए यह अत्यंत गौरव की बात है। परिसंघ राष्ट्र के विकास में भारतीय उद्योगों की सक्रियता और योगदान को बढ़ाने और उन्हें जोड़ने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मुद्दों पर भी उद्योग परिसंघ सरकार के साथ मिलकर काम करता है और इन मुद्दों पर संवाद के माध्यम से आम सहमति बनाने के लिए मंच प्रदान करता है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत की जो संकल्पना की है, उसे पूरा करने में भारत के युवा उद्यमियों की बड़ी भूमिका होगी। इसी आशय से शुरू की गई स्टार्टअप इंडिया तथा मुद्रा लोन जैसी योजनाएं उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि प्रदेश में परिसंघ की ईकाई वाय.आई. द्वारा राष्ट्र निर्माण के उद्देश्य से अनेकों महत्वपूर्ण विषयों जैसे जलवायु परिवर्तन, अंगदान, सड़क सुरक्षा, प्रोजेक्ट मासूम (बच्चों को सुरक्षित रखना), युवा उद्यमिता शिखर सम्मेलन आदि आयोजित किये जा रहे हैं। वास्तव में ये सभी विषय, वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप हैं और इससे समाज में जागरूकता आयेगी। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने युवाओं को अपने अनुभवों से सीख देते हुए कहा कि असफलता से निराश होकर हमें रूकना नहीं चाहिए। हमारा आत्मविश्वास ही हमें जीवन में सदैव आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।
इस अवसर पर भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा राज्यपाल सुश्री उइके को शाल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय उद्योग परिसंघ के श्री उमेश चितलांगिया, श्री सिद्धार्थ अग्रवाल, श्री आदित्य मुंदड़ा, श्री सतीश पाण्डेय तथा शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति और बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे।
राज्यपाल सुश्री उइके से राज्य प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने की सौजन्य भेंट
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में राज्य प्रशासनिक सेवा (वर्ष 2018 एवं 2019) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की महानिदेशक श्रीमती रेणु जी पिल्ले भी उपस्थित थीं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने अधिकारियों को स्थानीय लोगों से तालमेल के साथ कार्य करने एवं केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता और व्यवहारिकता के साथ कार्य करने से अनेकों बड़ी समस्याएं भी आसानी से हल हो जाती है। राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है। यहां के अनेक क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत आते हैं। आदिवासियों की समस्याओं को संवेदना के साथ सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से पेसा कानून का अध्ययन करने को भी कहा। उन्होंने अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर अकादमी के प्रशिक्षण संचालकद्वय श्री प्रदीप शुक्ला, श्रीमती सीमा सिंह, परिवीक्षाधीन डिप्टी कलेक्टर श्री श्रीकांत कोर्राम, श्री विश्वास कुमार, श्री नीरनिधि नंदेहा, श्रीमती सृष्टि चन्द्राकर, श्री सोनाल डेविड, सुश्री रूचि शार्दुल, सुश्री वर्षा बंसल, सुश्री हर्षलता वर्मा, सुश्री ऋचा शर्मा, सुश्री लेखा अजगल्ले, श्री विकास सर्वे, श्री अजय मोडियम, श्री सुमीत बघेल, श्री कमल किशोर, सुश्री चंदानी कंवर, सुश्री आकांक्षा पाण्डेय, डॉ. सुमित कुमार गर्ग उपस्थित थे।
राज्यपाल सुश्री उइके से भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने की सौजन्य भेंट
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में छत्तीसगढ़ के भारतीय प्रशासनिक सेवा (वर्ष 2021) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की महानिदेशक श्रीमती रेणु जी पिल्ले भी उपस्थित थीं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने अधिकारियों को आम जनता से संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करने एवं उनकीे समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अपने आचार व्यवहार और कार्य से ऐसी मिसाल पेश करें जिससे दूसरों को भी प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है यहां के अनेक क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत आते हैं। आदिवासियों की समस्याओं को संवेदना के साथ सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अपने कार्यक्षेत्र में युवाओं को कैरियर निर्माण एवं उद्यमी बनने के लिए भी प्रोत्साहित करें। उइके ने अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर अकादमी के प्रशिक्षण संचालकद्वय श्री प्रदीप शुक्ला, श्रीमती सीमा सिंह, श्री जयंत नाहटा, सहायक कलेक्टर रायपुर, श्री लक्ष्मण तिवारी, सहायक कलेक्टर दुर्ग, श्री वासु जैन, सहायक कलेक्टर बिलासपुर उपस्थित थे।
राज्यपाल उइके से शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीवास्तव ने की भेंट
राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर के नवनियुक्त कुलपति श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव ने सौजन्य मुलाकात की। राज्यपाल सुश्री उइके ने उन्हें विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में युवाओं को कैरियर गाईडेंस उपलब्ध कराएं और साथ ही उद्यमी बनने के लिए भी प्रेरित करें।
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