मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी की अहम चर्चा, ओलंपिक दिवस-स्मरण भी बना विषय

समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 23 जून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने शासकीय आवास में पद्मभूषण प्राप्त और हेस्को के संस्थापक प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी से मुलाकात की। दोनों ने पर्यावरण संरक्षण, हरित विकास, और राज्य में लागू ग्रीन इकॉनॉमी नीति (GEP) जैसे कई विषयों पर सार्थक और गहन वार्ता की।

मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया (एक्स) पोस्ट में लिखा कि “डॉ. जोशी के आगमन पर उन्हें पर्यावरण संरक्षण, हरित विकास और GEP समेत कई अश्वेतसूत्रीय पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की।” यह मुलाकात राज्य सरकार की उस दिशा-निर्देश को मजबूत बनाती है, जिसके तहत उत्तराखंड में पर्यावरणीय संतुलन और सतत विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।

ओलंपिक दिवस पर धामी का संदेश: खेल से सबकी एकता संभव

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर अपने विचार भी साझा किए। उन्होंने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल प्रेमियों को बधाई देते हुए कहा कि यह दिवस खेल भावना, अनुशासन, परिश्रम और वैश्विक एकता का प्रतीक है।

उन्होंने विभागों को निर्देश दिया कि उत्तराखंड में जिन प्रतिभाओं का चयन हो चुका है, उन्हें उच्च स्तरीय खेल केन्द्रों, प्रशिक्षण सुविधाओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु मजबूत पूर्वाभ्यास उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री का कहना था कि खेल प्रेम केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं बल्कि संस्कृति, राष्ट्रीय गर्व और मानवता को जोड़ने का मार्ग भी है।

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नमन: एक प्रेरणादायी स्मृति

मुख्यमंत्री धामी ने पूर्व में ही डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखित संदेश में उद्धृत किया:

“‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’— डॉ. मुखर्जी का यह उद्घोष आज भी राष्ट्रभक्ति और जागरूकता का प्रेरक मंत्र है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बलिदान ने आज भी हमें राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सामाजिक समानता के प्रति भाव जागृत किया और करोड़ों कार्यकर्ताओं तथा युवाओं को प्रेरित किया।

 

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