तवांग पर चीनी सेना का बयान, अपनी ही सरकार को बताया गलत

समग्र समाचार सेवा 
नई दिल्ली, 16दिसंबर। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर आखिरकार चीनी सेना ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी सीमा पर 9 दिसंबर को हुई झड़प के लिए उल्टा भारतीय सेना को ही जिम्मेदार ठहराया दिया है। चीनी सेना का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से विवादित सीमा को पार किया था। इसी वजह से से दोनों सेनाओं की झड़प शुरू हुई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने कहा, “भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को पार किया था। उन्होंने रूटीन पेट्रोलिंग कर रहे चीनी सैनिकों के काम में बाधा डाली, जिसके बाद झड़प शुरू हो गई।” शाओहुआ ने कहा कि चीनी सेना ने पेशेवर तरीके से मानकों के तहत मजबूत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद सीमा पर स्थिति स्थिर हुई। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने आगे कहा कि भारत सरकार सीमा पर तैनात अपने सैनिकों को सख्ती के साथ नियंत्रित करे और चीन के साथ मिलकर बॉर्डर के इलाकों में शांति बहाल करे।

भारत के साथ झड़प पर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा ?
इससे पहले चीन ने सीमा पर किसी भी प्रकार के संघर्ष से इनकार किया था। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि, “जहां तक हम समझते हैं, चीन-भारत सीमा की स्थिति समग्र रूप से स्थिर है।” चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन के बयान के बाद अब पीएलए के प्रवक्ता के विरोधाभाषी बयान से साफ नजर आ रहा है कि चीन इस मामले में बुरी तरह से घिर गया है। इससे पहले भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि, 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी।

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