सीएम काफिले में ‘मिलावटी’ ईंधन! रतलाम के पेट्रोल पंप पर FIR, राज्यभर में जांच के आदेश

समग्र समाचार सेवा
रतलाम/भोपाल, 29 जून: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले में शामिल गाड़ियों में पानी मिले पेट्रोल-डीजल के इस्तेमाल का मामला तूल पकड़ गया है। रतलाम के ‘शक्ति फ्यूल पॉइंट’ से ईंधन भरवाने के बाद काफिले की गाड़ियां बीच रास्ते में बंद हो गईं। वाहनों को सड़क किनारे धक्का देकर खड़ा करना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत एक्शन लिया और पंप संचालक पर FIR दर्ज कर दी गई।

खाद्य मंत्री ने दिए प्रदेशव्यापी जांच के आदेश
राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने घटना पर कड़ा रुख दिखाते हुए पूरे प्रदेश के पेट्रोल पंपों की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण ईंधन मिलना ही चाहिए, इसमें कोई समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।

पानी घुसने से हुआ ईंधन खराब!
घटना के बाद रतलाम जिले के खाद्य विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप की जांच कराई। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने सफाई दी कि जिले में हुई भारी बारिश के कारण भूमिगत टैंकों में पानी घुस गया, जिससे डीजल-पेट्रोल में मिलावट हुई। हालांकि, प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए ‘शक्ति फ्यूल पॉइंट’ को सील कर दिया है। पंप से लगभग 16 हजार लीटर ईंधन भी जब्त कर लिया गया है।

इंदौर लैब भेजे गए सैंपल, रिपोर्ट का इंतजार
जांच के दौरान लिए गए सैंपल बीपीसीएल की इंदौर स्थित मांगलिया लैब में भेजे गए हैं। दोषी पाए जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 377 और मोटर स्पिरिट एंड हाई स्पीड डीजल ऑर्डर 2005 के तहत कार्रवाई की जा रही है। अपर मुख्य सचिव रश्मि अरुण शमी ने ऑयल कंपनियों के अधिकारियों को तलब कर इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

बरसात में पंपों पर रखी जाएगी कड़ी नजर
बारिश के मौसम को देखते हुए पूरे प्रदेश में पेट्रोल पंपों के भूमिगत टैंकों की जांच के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जिला कलेक्टरों को आदेश दिया गया है कि वे खाद्य, नापतौल और राजस्व विभाग के अफसरों के साथ मिलकर पंपों की निगरानी करें। किसी भी तरह का जल रिसाव मिलने पर तुरंत सुधार और उचित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

ऑनलाइन होगी जांच रिपोर्ट की एंट्री
अब पेट्रोल पंपों की नियमित जांच रिपोर्ट भी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी ताकि किसी भी तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई हो सके। प्रशासन ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि संदिग्ध ईंधन की सूचना तत्काल दें, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

 

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