समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13अप्रैल।
देश में बढ़ रहे कोरना मामलें तबाही की तरफ इशारे कर रहे है। एक तो देश में कोरोना मामलें में लगातार तेज वृद्धि हो रही है वही सीबीएसई एक्जाम बहुत बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। ऐसे हालात में बच्चों का एक्जाम देने जाना कितना सही होगा? स्टूडेंट्स के माता-पिता कोरोना संकट के बीच होने वाली बोर्ड परीक्षा के आयोजन पर चिंता व्यक्त कर रहे है।
6 lakh children in Delhi are going to write CBSE exams. Nearly 1 lakh teachers will be a part of it. These can become major hotspots leading to large-scale spreading of Corona. Children's lives & health is very important to us. I request Centre to cancel CBSE exams: Delhi CM pic.twitter.com/EyqDfseoMU
— ANI (@ANI) April 13, 2021
अब केजरीवारी सरकार ने भी ऑफलाइन आयोजित होने वाली सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कराने की मांग की है।
केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली में 6 लाख बच्चे CBSE की परीक्षा लिखने जा रहे हैं. करीब 1 लाख शिक्षक भी इसका हिस्सा होंगे. ऐसे में ये कोरोना का बड़ा हॉट स्पॉट बन सकता है. बच्चों का जीवन और स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मैं सीबीएसई परीक्षा रद्द करने के लिए केंद्र से अनुरोध करता हूं।
उन्होंने कहा कि कुछ वैकल्पिक तरीकों के बारे में सोचा जा सकता है। इस बार ऑनलाइन पद्धति या आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बच्चों को प्रमोट जा सकता है, लेकिन सीबीएसई की परीक्षा रद्द होनी चाहिए। बता दें कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड 4 मई से शुरू होंगी और 10 जून तक चलेंगी।
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