समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 22जून। महाराष्ट्र में जारी सियासी घटनाक्रम हर पल एक नया मोड़ ले रहा है, आज सुबह इस घटनाक्रम की शुरुआत एकनाथ शिंदे के गुवाहाटी पहुंचने से हुई, दोपहर होते-होते इस राजनीतिक युद्ध में खतरनाक कोरोना वायरस की एंट्री हो गई. पहले राज्यपाल कोविड-19 की चपेट में आए तो कुछ देर बाद सीएम ठाकरे के संक्रमित होने की जानकारी सामने आई. इससे पहले आज सुबह अपने समर्थकों के साथ गुवाहाटी पहुंचे शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ 40 विधायक हैं, इसके बाद चहलकदमी तेज हो गई.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक पर लाइव आकर कहा कि अगर शिवसेना विधायक मेरे सामने आकर इस्तीफा देने को कहें तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने एकनाथ शिंदे से कहा अगर उन्हें मुख्यमंत्री बनना था तो वह मुझसे कहते, मैं इस्तीफा देकर उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप देता.
उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में एकनाथ शिंदे गुट को सामने आने को कहा. उन्होंने कहा, मैं किसी चुनौती से पीछे हटने वाला नहीं हूं. उन्होंने शिवसैनिकों का आह्वान करते हुए कहा, मेरे साथ गद्दारी न करें.
बता दें कि शिंदे और अन्य बागी विधायक फिलहाल गुवाहाटी में हैं. इधर भाजपा में मीटिंगों का दौर जारी है और शिवसेना, कांग्रेस व एनसीपी भी लगातार मीटिंगें कर रहे हैं.
उद्धव ने कहा कि जब तक शिव सैनिक हमारे साथ हैं मैं किसी भी चुनौतियों ने डरूंगा नहीं. उन्होंने कहा कि आज आरोप लगाए जा रहे हैं कि ये बालासाहेब की शिवसेना नहीं है. उन्होंने कहा कि जिन शिवसैनिकों को लगता है कि मैं पार्टी का नेतृत्व करने के योग्य नहीं हूं तो मैं तुरंत यह पद छोड़ने को तैयार हूं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेरी तबीयत खराब होने के चलते मैं लोगों से नहीं मिल रहा था, लेकिन अब मैं लोगों से मिल रहा हूं. मैंने पहली कैबिनेट मीटिंग अस्पताल से की थी. शिवसेना कभी हिंदुत्व से दूर नहीं रही और ना कभी रहेगी.
उद्धव ने कहा कि जिस वक्त कोरोना का संकट आया था तब मेरे पास ज्यादा अनुभव नहीं था. तब जो भी सर्वे किए जा रहे थे, उसमें देश के टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में रहने का आशीर्वाद मुझे मिला था
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