सीएम योगी ने वनटांगिया के साथ मनाई दिवाली, दिया 153 करोड़ रुपये का सौगात

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13नवंबर। गोरखपुर के जंगल तिकोनिया नंबर तीन में राजस्व ग्राम का दर्जा प्राप्त वन टांगिया गांव में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली का पर्व मनाया। मुख्यमंत्री ने वनवासियों के साथ मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही 153 करोड़ लागत की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। योगी पिछले 14 सालों से लगातार दिवाली का पर्व मनाते आ रहे।

गोरखपुर के जंगल तिकोनिया नंबर 3 कुसमी जंगल में आज सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 11:00 बजे पहुंचे। जहां राजस्व ग्राम का दर्जा प्राप्त वन टांगिया गांव के लोगों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने ग्राम वासियों के साथ दीपावली की खुशियां बांटी और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इसके पहले मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी ग्राम वासियों ने पहले कर रखी थी, उनके आने से पहले महिलाओं द्वारा सुंदर रंगोली बनाई गई थी। मुख्यमंत्री के आगमन पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत करते हुए मंगल गीत भी गाए गए।

ऐसा लग रहा था मानो रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम अयोध्या वापस लौटे हो। योगीआदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने से पहले 2009 से ही यहां आकर दिवाली मनाते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सिलसिला लगातार जारी है। सीएम बनने के बाद उनका यह सातवां कार्यक्रम है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए दिवाली की शुभकामनाएं दी और विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें 91 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और 62 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

अंग्रेजी शासन काल से ही वनटांगिया वासी दुर्दशा और उपेक्षा का दंश झेलते रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनने से पहले ही उनकी दुर्दशा को नजदीक से देखा और उनकी लड़ाई लड़ने की ठानी। 2009 से ही योगी आदित्यनाथ वंनटागीयों के बीच जाकर दिवाली का पर्व मनाते रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी यह सिलसिला पिछले 7 सालों से लगातार जारी है। सत्ता संभालते ही उन्होंने वनटांगियां को राजस्व ग्राम का दर्जा दिला दिया। तब से लेकर अब तक वहां कई प्रकार के विकास कर हो चुके हैं। जैसे स्कूल, सड़क, नाली पानी, बिजली जैसी कई मूलभूत सुविधाएं, जिनसे यहां के वासी पिछले 100 सालों से वंचित रहे। हालांकि अब सारी सुविधाओं के साथ ही उन्हें मताधिकार का भी अधिकार प्राप्त हो गया है।

वन टांगिया पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने वनवासियों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जानने के पश्चात अपने संबोधन के दौरानम कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे। उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था। डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है। वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं। आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है।

यमुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से लाभांवित किया जा रहा है। उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दिवाली है।

नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया
दिवाली मनाए जाने के कारण का मतलब बताते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया। इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया।

दीपोत्सव में शामिल हुए 54 देश
अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है।

वंचितों की मदद का किया आह्वान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों आया आह्वान किया कि वे वंचित और गरीबों को साथ लेकर चलें। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘सबका साथ सबका विकास’ के अनुरूप कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित न महसूस करे और न ही किसी अभाव से ग्रसित रहे।

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