पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता (ईज ऑफ लिविंग) को बढ़ाने हेतु एकीकृत पेंशनभोगियों के पोर्टल के निर्माण के लिए बैंकों के साथ सहयोग

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22जून। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा देश के उत्तरी क्षेत्र को कवर करने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों के लिए दिनाक 20 और 21 जून, 2022 को उदयपुर में पेंशन संबंधी कार्यों को संभालने के लिए दो दिवसीय बैंकर्स जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) के अधिकारियों की एक टीम ने भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय अधिकारियों को केंद्र सरकार जानकारी के पेंशनभोगियों को पेंशन के वितरण के संबंध में पेंशन नीति सुधार और डिजिटलीकरण के बारे में नवीनतम देने (अपडेट करने) के उद्देश्य से सत्र आयोजित किए। पेंशनभोगियों से संबंधित आयकर मामलों के साथ-साथ वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के डिजिटल साधनों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए। मुख्य नियंत्रक (पेंशन), केन्द्रीय पेंशन संगणन कार्यालय (​​सीपीएओ) ने पेंशनभोगियों की शिकायतों के कारणों को साझा किया और सुझाव दिया कि बैंक द्वारा समस्या समाधान के लिए कार्रवाई की जा सकती है। यह निर्णय लिया गया कि पेंशनभोगियों को निर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के मौजूदा पोर्टलों को जोड़कर एकीकृत पेंशन पोर्टल बनाने के लिए तत्काल प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। भारत सरकार के कल्याणकारी उपायों के लाभों को सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों और पेंशनभोगियों की जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) के लिए फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी का बैंकों द्वारा व्यापक रूप से विज्ञापन किया जा सकता है। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग क्षेत्र के अधिकारियों और पेंशनभोगियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए नीतिगत पहल करेगा। डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट और फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी पेंशनभोगियों और बैंकों के लिए लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने में बड़ा परिवर्तन लाने वाली (गेम चेंजर) साबित होगी। ये जागरूकता कार्यक्रम बैंक अधिकारियों के लिए विशाल क्षमता निर्माण अभ्यास के रूप में कार्य करेंगे। केंद्रीय पेंशन प्रसंस्करण केंद्रों और विभिन्न बैंकों में पेंशन संबंधी कार्यों को संभालने वाले क्षेत्रीय कर्मियों के लिए जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह पहला कार्यक्रम था। उम्मीद है कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता (ईज ऑफ लिविंग) को बढ़ाने के उद्देश्य को काफी हद तक प्राप्त किया जा सकेगा। भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से पूरे देश को कवर करने के लिए ऐसे चार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसी प्रकार अन्य पेंशन वितरण बैंकों के सहयोग से वर्ष 2022-23 में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उदयपुर, में 20 और 21 जून, 2022 आयोजित इस बैंकर्स जागरूकता कार्यक्रम का समापन श्री संजीव एन माथुर, संयुक्त सचिव, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग में संयुक्त सचिव, भाषण के साथ हुआ। पेंशनभोगियों के लिए जीवन में सुगमता- “ईज ऑफ लिविंग” सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सक्रिय परिवर्तन करने के लिए विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर बैंक अधिकारियों से विस्तृत फीडबैक भी लिया गया। केंद्रीकृत पेंशन भुगतान केन्द्रों (सीपीपीसी) और पेंशन से संबंधित शाखाओं के उत्तरी क्षेत्र के 50 अधिकारियों को समापन समारोह के दौरान भागीदारी प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।

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