राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान: सोनिया गांधी को लिखा पत्र- इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा का टिकट क्यों?

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1जून। राज्यसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है। राज्यसभा के लिए बनाए गए प्रत्याशियों को लेकर हंगामा है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य विश्वबंधु राय ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। महाराष्ट्र के कोटे से इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा चुनाव के लिए भेजने पर उन्होंने कड़े शब्दों में नाराजगी जताई। हालांकि, इससे पहले राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने पर पवन खेड़ा, नगमा और पृथ्वीराज चह्वाण ने भी विरोध जताया है।

विश्वबंधु राय ने अपने पत्र में कहा कि महाराष्ट्र के मराठी भाषी और उत्तर भारतीय के नेताओं पर अन्याय किया गया है। दिल्ली में बोरिया बिस्तर लेकर रहने वालों को ही मुख्य पदों पर नियुक्त किया जाता है। उन्होंने इमरान प्रतापगढ़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुरादाबाद से 6 लाख वोटों से हारने के बाद भी इन्हें अल्पसंख्यक विभाग का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।

उन्होंने पूछा है कि पार्टी एक व्यक्ति के प्रति इतनी मेहरबान क्यों है? क्या उनके मुशायरे में ऐसा गुण है कि पार्टी के अन्य योग्य नेताओं की अनदेखी की गयी। इसी तरह पंजाब में भी नवजोत सिद्धू को प्रदेश का अध्यक्ष बनाकर गलती की गई थी। यह भी इमरान की तरह तुकबंदी और शायरी कर लेते थे. क्या पार्टी में पद पाने के लिए अब शायरी आना जरूरी है? विश्ववंधु राय ने सोनिया गांधी से सवाल पूछा।

आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 10 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. पी चिदंबरम को तमिलनाडु, राजीव शुक्ला को छत्तीसढ़, जयराम रमेश को कर्नाटक, प्रमोद तिवारी को राजस्थान और इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।

पवन खेड़ा ने लिखा था- तपस्या में कुछ कमी थी
राज्यसभा चुनाव से पहले अपनी नाराजगी जाहिर करने में विश्वबंधु अकेले नहीं हैं। इससे पहले पवन खेड़ा भी ऐसा कर चुके हैं। राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी थी। इसके बाद अभिनेत्री और कांग्रेस नेता नगमा ने पवन खेड़ा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि इमरान प्रतापगढ़ी के सामने हमारी 18 साल की तपस्या कम पड़ गई।

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