कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पकड़ा एक पुलिसकर्मी का कॉलर, सीएम शिवराज बोले- यह सब शोभा नहीं देता

समग्र समाचार सेवा
भोपाल, 29जुलाई। कहते है प्यार और जंग में सब जायज है…लेकिन प्यार और जंग में सब जायज हो ना हो राजनीति में जरूर सब जायज ही है। तभी तो विरोध का नशा कुछ इस कदर तक छाया है कि कांग्रेस नेता ने देश की नवनियुक्त राष्ट्रपति तक को नहीं छोड़ा….। सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नवनियुक्त राष्ट्रपति का मजाक बनाया तो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी औऱ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तु-तु मै- मै भी हुई।

अब मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की औछी हरकत से तो यही लगता है कि वाकई में राजनीति में सब जायज है…दरअसल पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान भोपाल में भाजपा और कांग्रेस के बीच जबरजस्त वाद-विवाद हुआ। यहां राज्य सरकार में मंत्री भुपेंद्र सिंह कुछ लोगों को अपनी कार में बिठाकर वोट डालने के लिए लेकर जा रहे थे। इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने धावा बोल कर मंत्री भूपेंद्र सिंह की कार को रोक लिया। दोनों पक्षों को दूर करने के लिए पुलिस को बीच बचाव के लिए आना पड़ा। इस दौरान धक्का-मुक्की हुई और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ लिया। अब पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ने को लेकर राज्य की राजनीति अलग ढर्रे पर चल पड़ी है।

धक्का मुक्की के दौरान मंत्री भुपेंद्र सिंह का कहना था कि यह मेरी कार है। मैं राज्य सरकार में मंत्री हूं और मुझे मंत्री के तौर पर सुरक्षा भी मिली हुई है। उन्होंने कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति का अपहरण किया गया है तो उसका परिवार शिकायत करेगा। उनके परिवार में कोई तो होगा जो उनके लिए चिंतित होगा। कांग्रेस को उन्हें साथ लेकर रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए।

कांग्रेस नेता और सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, यदि कोई अनपढ़ है या वोट करने के लिए फिट नहीं है तो उनके परिवार के सदस्य उनकी तरफ से वोट कर सकते हैं. लेकिन यहां फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाकर 9 वोट डाले गए. वह लोगों को सरकारी गाड़ियों में भरकर ला रहे हैं और फिर उनके वोट डलवा रहे हैं. यह सब चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.

विवाद को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के इस हरकत की आलोचना की। उन्होंने कहा दिग्विजय सिंह ने पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ा, उन पर चिल्लाए और कलेक्ट्रेट के गेट से अंदर घुसने की कोशिश की। यह अपमानजनक है. लोकतंत्र में हार और जीत लगी रहती है, लेकिन किसी पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ना गलत बात है और मैं इसकी आलोचना करता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते दिग्विजय सिंह को यह सब शोभा नहीं देता।

भाजपा की जीत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमें ऐसी जीत पहले कभी नहीं मिली। भाजपा अब सही मायने में घर-घर में मौजूद है। कुल 22 हजार 924 ग्राम पंचायतों में से भाजपा 20 हजार, 613 में जीत दर्ज कर चुकी है। यही नहीं 614 ग्राम पंचायतों में तो भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीते हैं।

Comments are closed.