समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31दिसंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने गुरुवार को ईवीएम को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अगर ईवीएम से जुड़े मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 से ज्यादा सीटें जीत सकती है। एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव भारत की किस्मत का फैसला करने वाला होगा। बता दें कि विपक्ष के कई नेता ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर आशंका जाहिर कर चुके हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
ईवीएम को लेकर चिंता जाहिर करते हुए पित्रोदा ने एक एनजीओ की ‘द सिटीजन्स, कमीशन ऑन इलेक्शन’ की रिपोर्ट का हवाला दिया। जिनमें वीवीपैट के मौजूदा डिजाइन में बदलाव की सिफारिश की गई थी ताकि असल में इसे वोटरों द्वारा सत्यापित बनाया जा सके। पित्रोदा ने कहा कि ‘पहले मैंने इस बात का इंतजार किया कि चुनाव आयोग इस पर कुछ करेगा लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो मैंने इसके खिलाफ बोलने का फैसला किया। मुझे लगता है कि इस रिपोर्ट के आधार पर लोगों में ईवीएम को लेकर विश्वास की कमी है और चुनाव आयोग को इस विश्वास को बहाल करने के लिए कदम उठाने चाहिए।’ पित्रोदा ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि देश में लोकतंत्र पटरी से उतर गया है और हम बहुत ज्यादा अधिनायकवादी बन गए हैं। यह सिर्फ वन मैन शो है।’
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने ईवीएम को लेकर हैकाथोन का भी आयोजन किया था, जिसमें सभी दलों की ईवीएम को लेकर उनकी आशंकाएं साफ करने की कोशिश की गई थी। हालांकि इसके बावजूद कई विपक्षी नेता, जिनमें कांग्रेस नेता भी शामिल हैं, ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भी कांग्रेस के कई नेताओं ने ईवीएम को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस की मांग है कि ईवीएम के साथ 100 प्रतिशत वीवीपैट (वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनों का इस्तेमाल किया जाए और वोट के बाद पर्ची बॉक्स में गिरने के बजाय मतदाता को मिलनी चाहिए।
सैम पित्रोदा ने कहा कि ‘हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर को लेकर दिए गए उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। वह सिर्फ संविधान की रक्षा करने की बात कर रहे थे। धर्म हर किसी का निजी मामला है और इसे राजनीति से नहीं मिलाया जाना चाहिए।’ बता दें कि सैम पित्रोदा ने अपने हालिया बयान में कहा था कि ‘जब पूरा देश राम मंदिर और राम जन्मभूमि पर अटका हुआ है तो यह ट्रेंड मुझे परेशान करता है। प्रधानमंत्री अपना सारा समय मंदिरों में ही दिखते हैं। इससे मुझे चिंता होती है। इसके बदले में ये चाहूंगा कि वे स्कूल जाएं, पुस्तकालय जाएं, विज्ञान केंद्र जाएं और बार-बार मंदिरों का दौरा न करें।’
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा को लेकर कही ये बात
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा पर सैम पित्रोदा ने कहा कि ‘अगला चुनाव भारत के भविष्य के लिए होगा कि हम किस तरह का देश बनाना चाहते हैं। क्या आप ऐसा देश बनाना चाहते हैं जो संविधान से चले और जहां सभी धर्मों का सम्मान हो, जहां संस्थान स्वायत रहें और हमारी सिविल सोसाइटी को काम करने की इजाजत हो। या आप ऐसा देश बनाना चाहते हैं जहां सिर्फ एक धर्म का दबदबा रहे?’
विपक्ष के प्रधानमंत्री चेहरे पर क्या बोले पित्रोदा
सैम पित्रोदा ने विपक्षी गठबंधन को लेकर कहा कि अभी विपक्ष की प्राथमिकता उन 60 फीसदी लोगों को लामबंद करना है, जिन्होंने भाजपा को वोट नहीं किया था। विपक्ष की तरफ से पीएम चेहरे को लेकर पित्रोदा ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ने किसी को भी पीएम पद का दावेदार घोषित नहीं किया है। खरगे के नाम के सुझाव पर उन्होंने कहा कि गठबंधन में मतभेद होते हैं और किसी भी गठबंधन की यही खूबसूरती होती है।
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