नेशनल हेराल्ड जब्ती पर कांग्रेस का राष्ट्रपति को ज्ञापन, रामपुर से उठी विरोध की आवाज़
रामपुर 18 अप्रैल 2025 –केंद्र सरकार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के माध्यम से कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठित संपत्ति नेशनल हेराल्ड को जब्त किए जाने और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में रामपुर की जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए लोकतंत्र पर हो रहे “संगठित हमले” का आरोप लगाया।
यह ज्ञापन जिला अधिकारी रामपुर के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया को प्रेषित किया गया, जिसमें कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह पूरी कार्यवाही न केवल असंवैधानिक है, बल्कि इसका उद्देश्य देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी को दबाना और विपक्ष की आवाज़ को कुचलना है।
ज्ञापन में कहा गया है कि ईडी द्वारा नेशनल हेराल्ड की संपत्ति को अवैध रूप से जब्त किया गया है और यह कार्यवाही पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण तथा राजनीतिक रूप से प्रेरित है। कांग्रेस के नेताओं ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला करार दिया।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रमिल कुमार शर्मा “निक्कू पंडित”, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बाकर अली खां उर्फ हारून खां, तथा एआईसीसी सदस्य एवं पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मुती उर रहमान खां उर्फ बब्लू के नेतृत्व में यह ज्ञापन सौंपा गया। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने सरकारी एजेंसियों को विपक्ष को निशाना बनाने के लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया है, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश के पिछड़े, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए हमेशा आवाज उठाई है। उन्होंने न्याय का वादा किया है और आज भी उसी वचन पर अडिग हैं। केंद्र सरकार चाहे जितना भी दमन करे, राहुल गांधी अपने संकल्प से पीछे नहीं हटेंगे।
कांग्रेस नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति से मांग की है कि वे इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करें, ईडी की जब्ती को अवैध घोषित करवाएं, और सुनिश्चित करें कि देश की लोकतांत्रिक संस्थाएं स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से कार्य करें। ज्ञापन के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष को तैयार हैं।
रामपुर से शुरू हुआ यह विरोध संकेत है कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से सक्रिय और आक्रामक रुख अपना रही है। आने वाले दिनों में यह मामला राष्ट्रीय राजनीति में और अधिक गर्मा सकता है ।
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