मणिपुर हिंसा के ख़िलाफ़ अलवर-दौसा में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, कहा : ‘सरकार को सत्ता में रहने का हक नहीं’

समग्र समाचार सेवा
जयपुर , 27 जुलाई। अलवर जिला कांग्रेस कमेटी ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई घटना को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ राजीव गांधी पार्क से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया गया। राजस्थान सरकार की मंत्री शकुंतला रावत और टीकाराम जूली भी प्रदर्शन में शामिल हुए।

उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह पैदल मार्च निकाला जा रहा है। मणिपुर की घटना बहुत निंदनीय है और जिस तरीके से बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म और हिंसा की घटनाएं हो रही हैं, वह शर्मनाक है। भाजपा सुशासन की बात करती है और उसी के राज में ऐसी घटना हुई हैं। ऐसे में मणिपुर की राज्य सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए। जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार बहन बेटियों की इज्जत नहीं बचा सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जहां नारी शक्ति और कन्याओं की पूजा की जाती है। लेकिन मणिपुर में जिस तरह की वारदातें हुई हैं, हिंसा हुई है, वह पूरी तरह गलत और घृणित है। उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने केंद्र सरकार से महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं पर अत्याचार रोकने की मांग की है।

डबल इंजन की सरकार के बावजूद भी मणिपुर हिंसा में झुलस रहा – टीकाराम जूली
इधर, मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि मणिपुर में डबल इंजन की सरकार है। उसके बावजूद भी मणिपुर हिंसा में झुलस रहा है। लोगों के घर जलाए जा रहे हैं। खुलेआम गोलीबारी की जा रही है, जिसमें युवाओं की मौत हो रही है और महिलाओं को निर्वस्त्र किया जा रहा है। देश के मूलभूत मुद्दों को भटकाने के लिए कभी सीमा हैदर का मामला चलाया जाता है, तो कभी कुछ मामला चलाया जाता है। लेकिन सरकार मणिपुर हिंसा से बात करने से केंद्र सरकार बचती है और कोई जवाब नहीं दे रही है।

मंत्री जूली बोले, मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अत्याचार किया गया, वह बेहद निंदनीय और अशोभनीय है। ऐसी घटनाओं से देश की साख खराब होती है। उससे भी ज्यादा दुख और निंदा की बात है कि मणिपुर में भाजपा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। मणिपुर महीनों से लगातार जल रहा है। महिलाओं के साथ अत्याचार इस बात का पर्याप्त प्रमाण है कि मणिपुर की सरकार को बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ कायराना हरकत ना केवल निंदनीय है, बल्कि दोषियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। यह देश की महिलाओं का अपमान है। इस तरह हरकतों को स्वीकार नहीं किया जा सकता, जिस तरह की तस्वीर मणिपुर से आ रही हैं, वह बेहद विचलित करने वाली हैं। पैदल मार्च में जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा सहित कांग्रेसी विधायक कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मणिपुर हिंसा पर दौसा में फूटा कांग्रेस का गुस्सा…
दौसा में बुधवार को मणिपुर मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर दौसा कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने जिला परिषद से इकट्ठा होकर शहर के मुख्य मार्गों से पैदल मार्च निकालते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने दौसा कलेक्टर कमर चौधरी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मणिपुर में हिंसा को कंट्रोल करने सहित शांति व्यवस्था कायम करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।

कृषि विपणन राज्यमंत्री मंत्री मुरारी लाल मीणा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मणिपुर में जिस तरह आदिवासी अल्पसंख्यक महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है, वह हमारे लिए और देश के लिए शर्म की बात है। भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर के अंदर भाजपा सरकार है और सबसे बड़ी दुखदाई घटना है कि केंद्र में पीएम ने इस मामले को लेकर चुप्पी साध रखी है। मैं समझता हूं कि आजादी के बाद कभी ऐसा नहीं हुआ, जैसा मणिपुर में हो रहा है। हम मांग करते हैं कि इस मामले पर कंट्रोल कर रखा जाए। आजादी के बाद एक सैनिक ने कहा है कि महिलाओं के साथ बड़ी दुखद और दर्दनाक घटना हुई है। हम देश की रक्षा कर रहे हैं, हमारे घर की रक्षा क्या भाजपा सरकार नहीं सकती है? उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर दौसा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मोदी सरकार से इस पर कंट्रोल करने और महिला अत्याचार को रोकने की मांग रखी है।

केंद्र सरकार को मणिपुर मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए – ममता भूपेश
महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मणिपुर में जो कांड हुए हैं। दो-तीन महीने तक केंद्र सरकार ने मणिपुर मामले में संज्ञान नहीं लिया। आज पूरे मणिपुर प्रदेश में आग फैली हुई है और केंद्र सरकार मूक बधिर होकर बैठी हुई है। आज धरना प्रदर्शन कर हम केंद्र सरकार से मांग करना चाहते हैं कि मणिपुर मामले में पीएम को वक्तव्य देना चाहिए और केंद्र सरकार को मणिपुर मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए, जिससे मणिपुर प्रदेश में शांति बहाल हो सके और जनजीवन सामान्य हो सके। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।

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