समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जून: देश की राजधानी सहित राज्यों में भाजपा ने 25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 तक लागू रहे आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर एक विशेष अभियान शुरू किया। सोशल मीडिया अभियान के तहत फेसबुक, इंस्टाग्राम और X पर तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार की आलोचना वाले संस्मरण और वीडियो साझा किए गए। बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से भी जनता के सामने आपातकाल की पीड़ा बताने का आह्वान किया गया। भाजपा इसे “संविधान हत्या दिवस” के रूप में चिह्नित कर रही है।
इंडिया गेट से लुटियन दिल्ली तक पोस्टर प्रदर्शनी
दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंडप, पोस्टर और बैनर के माध्यम से एक प्रदर्शनी लगाई गई। इंडिया गेट, राजपथ और लुटियन दिल्ली के प्रमुख इलाकों में “डेमोक्रेसी पर आघात” जैसे संदेश लिखी पोस्टर लगाए गए। कार्यकर्ताओं ने बूथों में जाकर लोगों को बताया कि कैसे मौलिक अधिकारों पर चोट की गई, प्रेस सेंसरशिप लागू की गई और हजारों नेताओं को जेल में बंद किया गया
एनडीए अध्यक्ष नड्डा का वीडियो संदेश
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) एकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की। इस संदेश में उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज भी “आपातकाल की मानसिकता” छोड़ने के लिए तैयार नहीं है:
“भाजपा इसे लोकतंत्र की हत्या के रूप में घोषित करती है… संविधान की मूल आत्मा से छेड़छाड़ की कोशिश कांग्रेस आज भी करती है।”
नड्डा ने स्पष्ट किया कि संविधान हत्या दिवस पर हर साल इस काले अध्याय को याद किया जाएगा।
दिल्ली में संगोष्ठी और बंदियों का सम्मान
दिल्ली प्रदेश भाजपा ने मंगलवार व बुधवार को जिलास्तरीय संगोष्ठियों का आयोजन किया। इसमें आपातकाल के दौरान बंद रहने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। आयोजन में सांसद मनोज तिवारी, विधायक गजेंद्र यादव, सोना कुमारी और राजीव बब्बर जैसे नेता मौजूद रहे। तिवारी ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने संवैधानिक व्यवस्था को नष्ट करके लोकतंत्र की आत्मा को क्षति पहुंचाई
बूथ से सोशल तक—कार्यक्रम की विशेष रणनीति
प्रदेश भाजपा कार्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि यह पहली बार है जब पार्टी सामाजिक पार्दर्शिता के साथ आपातकाल की घटनाओं को मातृभूमि के नागरिकों तक बूथ स्तर पर पहुंचा रही है। इसे “सोशल मीडिया + स्थानीय जन संवाद” की रणनीति के नाम से चलाया जा रहा है।
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