भिंडरावाले के पोस्टर्स पर दो राज्यों में विवाद, जानें- पंजाब में हिमाचल की बसों को क्यों तोड़ा जा रहा?

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 मार्च।
हाल ही में पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। विवाद की जड़ खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर्स हैं, जो हिमाचल प्रदेश में लगाए गए थे। इन पोस्टर्स को हटाने के बाद पंजाब में इसका विरोध होने लगा और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कुछ असामाजिक तत्वों ने हिमाचल की बसों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।

हिमाचल प्रदेश में पुलिस और प्रशासन ने हाल ही में सार्वजनिक स्थलों से भिंडरावाले के पोस्टर्स हटाए थे। यह कदम राज्य में किसी भी प्रकार के अलगाववादी विचारधारा को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया था। लेकिन इस कार्रवाई के बाद पंजाब के कुछ इलाकों में विरोध देखने को मिला। खासकर सीमावर्ती इलाकों में तनाव बढ़ गया, जिससे हिमाचल परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों पर हमले की खबरें सामने आने लगीं।

  • कुछ प्रदर्शनकारियों ने इसे खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई के रूप में देखा और आक्रोश में आ गए।
  • इसके विरोध में पंजाब में हिमाचल प्रदेश से आने वाली बसों को रोका गया और कुछ जगहों पर तोड़फोड़ की गई।
  • कुछ असामाजिक तत्वों ने बसों के शीशे तोड़ दिए और यात्रियों को परेशान किया।
  • इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश रोडवेज ने पंजाब के कुछ संवेदनशील रूटों पर बसों का संचालन रोक दिया।

दोनों राज्यों के प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किए हैं। पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि राज्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो।

इस विवाद ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कुछ कट्टरपंथी संगठन इसे “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता” से जोड़ रहे हैं, जबकि हिमाचल सरकार इसे राज्य की शांति भंग करने की साजिश बता रही है।

यदि जल्द ही इस विवाद को शांत करने के प्रयास नहीं किए गए, तो दोनों राज्यों के बीच तनाव और बढ़ सकता है। प्रशासन को कड़ी निगरानी रखनी होगी ताकि असामाजिक तत्व स्थिति का फायदा न उठा सकें और आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।

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