डीपीसीसी में जगदीश टाइटलर को स्थान मिलने पर शुरू हुआ विवाद, बीजेपी के अमित मालवीय ने कसा तंज

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जगदीश टाइटलर को पद देने के मामले को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। गुरुवार को कांग्रेस की दिल्ली इकाई की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें जगदीश टाइटलर का नाम भी शामिल है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जगदीश टाइटलर को शामिल करने को लेकर बीजेपी ने अब कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी के लिए सिखों की जान कोई मायने नहीं रखती। क्या पंजाब सुन रहा है?

अमित मालवीय ने ट्वीट किया, “सोनिया गांधी ने जगदीश टाइटलर को कांग्रेस प्रायोजित 1984 सिख नरसंहार के आरोपी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 37 स्थायी आमंत्रित सदस्यों में से एक नियुक्त किया है। सिखों का जीवन कांग्रेस पार्टी के लिए कोई मायने नहीं रखता? क्या पंजाब सुन रहा है?’

कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है और जगदीश टाइटलर पहले भी स्थायी रूप से आमंत्रित थे। गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस को जारी एक बयान में बताया था कि पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी समिति, संचार विभाग और डॉक्टर सेल के पदाधिकारियों के साथ-साथ बूथ प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और अध्यक्ष नियुक्त किए थे। अनुशासन समिति और उपाध्यक्षों की नियुक्ति को मंजूरी दी।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि 83 सदस्यीय कार्यकारिणी में हमारी युवा शक्ति और नेताओं के अनुभव का मिश्रण है। हमारे कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महामारी के दौरान लोगों की सेवा की है।
बता दें कि सिख विरोधी दंगों में आरोपों का सामना करने वाले जगदीश टाइटलर दूसरे बड़े कॉन्ग्रेस नेता थे। उनके अलावा सज्जन कुमार पर भी यह दाग लगा था। सज्जन कुमार को अदालत ने दंगों में शामिल होने के जुर्म में उम्र कैद की सजा सुनाई है और फिलहाल वह जेल में हैं।

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