समग्र समाचार सेवा,
नई दिल्ली, 11 जून: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने एहतियातन कई सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अब उनसे मिलने वाले हर व्यक्ति के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
पीएम से मुलाकात के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य
नई गाइडलाइंस के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी से कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करना चाहता है, तो उसे RT-PCR कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
इतना ही नहीं, अगर प्रधानमंत्री किसी रैली, जनसभा या सार्वजनिक कार्यक्रम में जाते हैं, तो मंच पर मौजूद सभी लोगों को भी कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा।
प्रधानमंत्री की उम्र को ध्यान में रखते हुए फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। वह सीनियर सिटीजन की श्रेणी में आते हैं, और इस उम्र के लोगों की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिए उन्हें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। केंद्र सरकार नहीं चाहती कि पीएम की सेहत को किसी भी तरह का खतरा हो।
देश में बढ़ते कोविड केस – आंकड़े चिंताजनक
भारत में कोरोना के केस 7,000 के पार पहुंच चुके हैं, जो सरकार और आम जनता के लिए चिंता का विषय बन गए हैं।
राज्यवार आंकड़े (अब तक के सक्रिय मामले):
- केरल: 2,223
- गुजरात: 1,223
- दिल्ली: 757
- पश्चिम बंगाल: 747
- उत्तर प्रदेश: 229
गौरतलब है कि भारत में कोविड का पहला मामला भी केरल से ही आया था, और अब वहां सबसे अधिक केस सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग को किया गया अलर्ट
केंद्र सरकार ने देशभर में स्थिति पर नज़र बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।
इसके साथ ही सरकार ने:
- मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों को बेड बढ़ाने का आदेश दिया है
- आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं
- ऑक्सीजन स्टॉक की समीक्षा भी शुरू कर दी गई है
लापरवाही नहीं दोहराई जाएगी: केंद्र सरकार
सरकार का कहना है कि वह किसी भी हाल में 2020 जैसी लापरवाही नहीं दोहराना चाहती, जब कोरोना ने पूरे देश को बुरी तरह प्रभावित किया था। यही कारण है कि इस बार शुरू से ही सावधानी और निगरानी पर जोर दिया जा रहा है, खासकर उन स्थानों पर जहां वरिष्ठ नागरिक और नेता शामिल होते हैं।
कोरोना एक बार फिर चुनौती बनकर सामने खड़ा है। प्रधानमंत्री से लेकर आम नागरिक तक, सभी को सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। केंद्र सरकार के सख्त निर्देश इस बात का संकेत हैं कि आने वाले दिनों में और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। इसलिए मास्क पहनना, भीड़ से बचना और समय-समय पर जांच कराना अब फिर से दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए।
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