जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,21 मई । कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में दस्तक देने लगा है। देश के कई राज्यों में अचानक कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल दर्ज किया गया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के बीच चिंता की लहर दौड़ गई है। महामारी भले ही बीते कुछ समय से शांत रही हो, लेकिन ताजा आंकड़े एक बार फिर खतरे की घंटी बजा रहे हैं।
दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और गुजरात जैसे राज्यों में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई है। कई अस्पतालों में फिर से आइसोलेशन वार्ड सक्रिय कर दिए गए हैं और यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है।
AIIMS और अन्य प्रमुख अस्पतालों के डॉक्टरों ने साफ चेतावनी दी है कि
“यह मान लेना कि कोरोना खत्म हो गया है, एक भारी भूल हो सकती है। वायरस म्यूटेट हो रहा है और इसके नए वैरिएंट्स सामने आ सकते हैं।”
डॉक्टरों के मुताबिक, बढ़ते मामले इस ओर इशारा कर रहे हैं कि इम्युनिटी में गिरावट, बूस्टर डोज़ में ढिलाई और मास्क की अनदेखी अब भारी पड़ सकती है।
विशेषज्ञों ने संकेत दिए हैं कि अगर यही रफ्तार जारी रही तो सरकार को एक बार फिर कुछ कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं, जिसमें स्कूलों में मास्क अनिवार्य करना, भीड़भाड़ वाले इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग लागू करना और सार्वजनिक स्थानों पर टेस्टिंग बढ़ाना शामिल हो सकता है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में बिना मास्क घूमते लोग, त्योहारों और चुनावी रैलियों में उमड़ती भीड़ें—ये सभी एक संभावित विस्फोट की तैयारी जैसी दिख रही हैं। डॉक्टरों ने अपील की है कि लोग फिर से सावधानी अपनाएं, क्योंकि अगली लहर का पैटर्न अभी से बनता दिख रहा है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब भी करोड़ों लोगों ने बूस्टर डोज़ नहीं ली है, और यही वजह है कि संक्रमण तेजी से फैल सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बूस्टर डोज़ संक्रमण की गंभीरता को कम कर सकती है और इसे लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है।
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