समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28दिसंबर। चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामलों में अचानक आई तेजी के बाद केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मामले पर हाईलेवल मीटिंग कर चुके हैं. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी लगातार कोरोना के ताजा हालात का जायजा ले रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किया जा चुका है. इसके बाद राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड में आ चुकी हैं. इन सबके बीच खबर है कि देश में अगले 40 दिन काफी महत्वपूर्ण हो सकते हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने महामारी के प्रसार की पिछली पद्धति का हवाला देते हुए यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा, ‘पूर्व में, यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नई लहर आई थी…यह एक प्रवृत्ति रही है.’ स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने हालांकि कहा कि संक्रमण की गंभीरता कम है. यदि कोविड की लहर आती भी है तो इससे होने वाली मौतें और संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम रहेगी.
चीन और दक्षिण कोरिया सहित कुछ देशों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने के बीच सरकार ने सतर्क किया है और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों से किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी करने को कहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड के मामलों में तेजी की स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठकें की हैं. कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट बीएफ.7 से मामलों में हालिया वृद्धि हुई है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बीएफ.7 के फैलने की दर बहुत अधिक है और एक संक्रमित व्यक्ति 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है.
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