समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23 मार्च। भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में एक और नाम शामिल होने जा रहा है। नोवावैक्स को 12-18 आयुवर्ग के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। नोवोवैक्स ने ही मंगलवार को यह घोषणा की। पुणे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इस वैक्सीन का उत्पादन हुआ है। बीते हफ्ते ही देश में 12-14 आयुवर्ग का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है।
कोवोवैक्स के नाम के तहत भारत में इसका उत्पादन
एसआईआई ने कोवोवैक्स के नाम के तहत भारत में इसका उत्पादन किया है। 12-18 आयुवर्ग को दी जानी वाली यह देश की पहली प्रोटीन आधारित वैक्सीन है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 12-18 साल के लोगों को आपातकालीन स्थिति में कोवोवैक्स देने के लिए मंजूरी जारी कर दी है।
किशोरों में मिली इस पहली मंजूरी पर हमें गर्वः सीईओ
नोवावैक्स के प्रोसिडेंट और सीईओ स्टेनली सी एर्क ने कहा, ‘इस आबादी में प्रभाव और सुरक्षा के डेटा को देखते हुए किशोरों में मिली इस पहली मंजूरी पर हमें गर्व है। और हमारी कोविड-19 वैक्सीन 12 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों में प्रोटीन आधारित वैक्सीन का विकल्प उपलब्ध कराएगी।’ एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने इस वैक्सीन को मिली इस मंजूरी पर खुशी जाहिर की है।
भारत में क्या है टीकाकरण के हाल
23 मार्च, बुधवार सुबह 7 बजे तक देश में कुल 181 करोड़ 89 लाख 15 हजार 234 डोज दिए जा चुके हैं। इनमें ‘एहतियाती खुराक’ की संख्या 2 करोड़ 20 लाख 10 हजार 777 है। आंकड़ों के अनुसार, टीकाकरण के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। राज्य में 29 करोड़ से ज्यादा डोज दिए जा चुके हैं।
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