फिर पैर पसार रहा कोरोना? कई देशों में कोविड के मामलों में आई तेजी के बाद सरकार अलर्ट; केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज करेंगे बैठक

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली , 21दिसंबर।दुनिया के कई देशों में कोरोना एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है. अमेरिका, जापान, चीन, कोरिया और ब्राजील में बढ़ते कोविड केसों को देखते हुए केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया बुधवार को महामारी की स्थिति की समीक्षा करेंगे. न्यूज एजेंसी PTI ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ‘अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर विचार’ करते हुए बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करेंगे. स्वास्थ्य, आयुष, औषधि विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल और टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के अध्यक्ष एनएल अरोड़ा के साथ-साथ कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में भाग लेंगे.

उधर, बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश दिये. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी.

उन्होंने उल्लेख किया कि जांच-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत कोरोना संक्रमण के प्रसार को सीमित करने में सक्षम रहा है. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में हफ्ते में लगभग 1,200 मामले सामने आ रहे हैं. भूषण ने कहा कि कोविड-19 की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती अभी भी दुनिया भर में बनी हुई है, जिसके लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से सामने आ रहे हैं.

भूषण ने कहा, ‘जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए, भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के माध्यम से वायरस के स्वरूपों पर नजर रखने के लिए संक्रमण के मामलों के नमूनों का पूरा जीनोम अनुक्रमण तैयार करना आवश्यक है.’

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