कोविड-19 की भारत में फिर दस्तक? हेल्थ मिनिस्ट्री अलर्ट मोड पर, एक्सपर्ट्स की चेतावनी- घबराएं नहीं, सतर्क रहें!
जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,20 मई । क्या भारत एक बार फिर कोविड-19 की चपेट में आने जा रहा है? देश में अचानक सामने आ रहे कुछ नए मामले और हेल्थ मिनिस्ट्री की बढ़ती सक्रियता ने आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। सरकार एक बार फिर ‘अलर्ट मोड’ पर है और अस्पतालों को सतर्क कर दिया गया है। हालात को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और निगरानी तेज़ करने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि कोविड के पिछले दो वर्षों ने देश को झकझोर कर रख दिया था, लेकिन अब जब ज़िंदगी पटरी पर लौटने लगी थी, ऐसे में फिर से कोरोना की आहट ने हलचल मचा दी है। दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों से कुछ नए केस सामने आने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने सभी राज्यों को सलाह दी है कि वे “टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और वैक्सीनेट” की रणनीति को दोबारा लागू करें।
इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि यह समय घबराने का नहीं, बल्कि जागरूक रहने का है। एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि अब अधिकांश लोगों में वैक्सीनेशन और नेचुरल इम्युनिटी के चलते गंभीर बीमारियों का खतरा कम है, लेकिन सतर्कता बेहद ज़रूरी है।
“वायरस अपना रूप बदल सकता है, लेकिन हम तैयार हैं। पैनिक से कुछ नहीं होगा। अगर मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे बुनियादी नियमों का पालन करें, तो किसी नई लहर को रोका जा सकता है।”
सरकार ने एयरपोर्ट्स पर थर्मल स्क्रीनिंग फिर से शुरू करने पर विचार किया है, खासकर उन यात्रियों के लिए जो विदेशों से आ रहे हैं। साथ ही, अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर की उपलब्धता का ताजा ऑडिट शुरू कर दिया गया है।
फिलहाल लॉकडाउन जैसी किसी सख्त पाबंदी की चर्चा नहीं है, लेकिन प्रशासनिक सर्कल में इस संभावना से इंकार भी नहीं किया जा रहा। यदि मामलों में अचानक उछाल आता है, तो क्षेत्रीय स्तर पर माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाए जा सकते हैं।
सरकार और विशेषज्ञों दोनों की यही अपील है – अफवाहों से दूर रहें, लेकिन सावधानी को नज़रअंदाज़ न करें। मास्क फिर से अपनी जेब और चेहरों पर लौट आए, तो इसमें बुराई नहीं है।
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