पेर्ने गांव में गोहत्या विरोधी प्रदर्शन पर भड़काऊ भाषण का आरोप, गणराज भट केदिला पर मामला दर्ज

समग्र समाचार सेवा
बेंगलुरु, 9 सितंबर: कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बंटवाल तालुक के पेर्ने गांव में गोहत्या के खिलाफ चल रहे एक विरोध प्रदर्शन ने अचानक विवाद का रूप ले लिया। इस प्रदर्शन में शामिल गणराज भट केदिला पर भड़काऊ भाषण देने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगा है। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 353 (2) के तहत केस दर्ज किया है।

प्रदर्शन का पृष्ठभूमि

6 सितम्बर को ‘गो माता संरक्षण चटुवली पेर्ने’ संगठन की अगुवाई में सुबह 10:30 से 11:30 बजे तक गोहत्या के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया गया था। स्थानीय स्तर पर यह आंदोलन गोसंरक्षण की मांग और सरकार से सख्त कार्रवाई की अपील को लेकर था।

भड़काऊ भाषण का आरोप

शिकायत के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान गणराज भट केदिला ने ऐसा भाषण दिया जिसने कथित रूप से धार्मिक समुदायों के बीच नफरत और दुश्मनी की भावना को भड़काने का काम किया। पुलिस ने कहा कि यह भाषण जानबूझकर माहौल बिगाड़ने के इरादे से दिया गया था।

पुलिस की कार्रवाई

उप्पिनंगडी पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कदम समूहों के बीच घृणा और वैमनस्य बढ़ाने की कोशिशों को रोकने के लिए उठाया गया है। साथ ही, प्रशासन का दावा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव सतर्कता बरती जा रही है।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया

घटना के बाद स्थानीय राजनीतिक हलकों और सामाजिक संगठनों में बहस छिड़ गई है। एक पक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहा है, जबकि दूसरा पक्ष इसे सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश मान रहा है।

निष्कर्ष

गोहत्या के मुद्दे पर संवेदनशील माहौल पहले से ही तनावपूर्ण है और ऐसे में किसी भी भड़काऊ बयान से विवाद और बढ़ सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को गंभीरता से ले रही है।

 

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