भारत की क्राइम कैपिटल’ बयान से गरमाई बिहार की सियासत, गोपाल खेमका हत्याकांड पर राहुल गांधी का बड़ा हमला
समग्र समाचार सेवा
पटना, 6 जुलाई: पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की दिनदहाड़े हत्या ने बिहार की राजनीति में उबाल ला दिया है। बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले हुई इस घटना ने राज्य सरकार और एनडीए गठबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी दोनों पर तीखा हमला बोला है।
राहुल गांधी ने उठाए सरकार पर सवाल
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या से यह फिर साबित हो गया कि भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को ‘भारत की क्राइम कैपिटल’ बना दिया है। राहुल ने कहा कि बिहार में अब लूट, गोली और हत्या रोजमर्रा की बात हो गई है और अपराध यहां ‘नया नॉर्मल’ बन चुका है। उन्होंने दावा किया कि सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह विफल रही है।
पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है – भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को “भारत की क्राइम कैपिटल” बना दिया है।
आज बिहार लूट, गोली और हत्या के साए में जी रहा है। अपराध यहां ‘नया नॉर्मल’ बन चुका है – और सरकार पूरी तरह नाकाम।…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 6, 2025
पटना में थाने से कुछ कदम दूर हत्या
बता दें कि कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या पटना में पुलिस थाने से महज कुछ ही मिनट की दूरी पर हुई। आरोपियों ने खेमका पर गोलियां दाग दीं और फरार हो गए। यह घटना इसलिए भी सनसनीखेज है क्योंकि कुछ साल पहले खेमका के बेटे की भी इसी तरह हत्या हुई थी। अब एक और हत्या से शहर में दहशत फैल गई है।
तेजस्वी यादव भी हमलावर
राज्य में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी लगातार अपराध और बेरोजगारी के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में अपराध बेलगाम है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उन्होंने कहा कि अब जनता को तय करना होगा कि वह गोली, लूट और हत्या के साए में रहना चाहती है या बदलाव चाहती है।
वोट से बदलाव की अपील
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में बिहार के लोगों से अपील की कि वे इस बार बदलाव के लिए वोट करें और बिहार को अपराध के चंगुल से मुक्त करें। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब डर के साये में नहीं जीना चाहती। चुनावी माहौल में राहुल गांधी का यह बयान एनडीए के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
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