समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27अगस्त। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर वार-पलटवार करते हुए देखा गया. इस ट्विटर वार की शुरुआत तब हुई जब असम सरकार की तरफ से गुवाहटी में करीब 35 स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी किया गया. इन स्कूलों में साल 2022 में 10वीं क्लास में एक भी स्टुडेंट पास नहीं हुआ था. असम सरकार के इस फैसले पर अरविंद केजरीवाल ने टिप्पणी करते हुए कहा कि बंद करने के बजाय सुधार किया जाना चाहिए था, जिस पर हिमंत बिस्वा बिफर पड़े.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्कूल बंद करने के बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए.इस पर सीएम हिमंत ने जवाब देते हुए कहा आपको टीका-टिप्पणी करने से पहले थोड़ा होमवर्क करना चाहिए था. उन्होंने कहा असम सरकार ने 8610 नए स्कूलों की स्थापना की है. यहां उन्होंने केजरीवाल से सवाल भी पूछते हुए कहा किदिल्ली सरकार ने पिछले 7 साल में कितने स्कूल बनाए? उन्होंने लिखा कि मैं आपको हमारे मेडिकल कॉलेजों में ले जाउंगा जो आपके मोहल्ला क्लिनिक से 1000 गुना बेहतर हैं.
हमारे यहाँ कहावत है। कोई पूछे “मैं कब आऊँ” और आप कहें “कभी भी आ जाओ” इसका मतलब होता है “कभी मत आओ”।
मैंने आपसे पूछा “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊँ” आपने बताया ही नहीं। बताइए कब आऊँ, तभी आ जाऊँगा। https://t.co/A7lbp1KVI6
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 27, 2022
हिमंत बिस्वा यहीं नहीं रुके उन्होंने तंजात्मक लहजे में अरविंद केजरीवाल से कहा कि आप देश को नंबर वन बनाने की चिंता छोड़ दीजिए वो मोदी कर रहे हैं. इसके बाद दिल्ली सीएम की तरफ से भी चुटीले अंदाज में टिप्पणी की गई. उन्होंने कहा कि हमारे यहां कहावत है. कोई पूछे “मैं कब आऊं” और आप कहें “कभी भी आ जाओ” इसका मतलब होता है “कभी मत आओ”. उन्होंने सीएम बिस्वा से पूछा मैंने आपसे पूछा “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आउं” आपने बताया ही नहीं. बताइए कब आऊं, तभी आ जाऊँगा.”
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