समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16दिसंबर। बिग बी कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन आमतौर पर कभी भी, कहीं भी, कोई भी विवादित बयान देने से बचते हैं और संवेदनशील मुद्दों पर भी बेहद सोच-समझकर अपनी राय रखते हैं. लेकिन, बुधवार को कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में अमिताभ बच्चन ने एक संवेदनशील मुद्दे पर ऐसी बात कह दी है, जिससे बहस छिड़ सकती है.
अमिताभ बच्चन ने कहा कि सिल्वर स्क्रीन (फिल्मी पर्दा) राजनीतिक विचारधारा का युद्धक्षेत्र बनती जा रही है. आजादी के इतने साल बाद भी नागरिकों की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
#WATCH | "Even now, questions are being raised on civil liberties and freedom of expression": Amitabh Bachchan at the 28th Kolkata International Film Festival pic.twitter.com/ycBY5LhRP2
— ANI (@ANI) December 15, 2022
अमिताभ बच्चन ने भारतीय सिनेमा के इतिहास का उल्लेख करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ऐतिहासिक विषयों पर बनने वाली मौजूदा दौर की फिल्में ‘‘काल्पनिक अंधराष्ट्रवाद में जकड़ी’’ हुई हैं. भारतीय फिल्म उद्योग ने हमेशा साहस का प्रचार किया है और यह समतावादी भावना को जीवित रखने में कामयाब रहा है,
अमिताभ ने कहा, ‘‘ शुरुआती दौर से लेकर अब तक सिनेमा की विषय-वस्तु की सामग्री में कई बदलाव हुए हैं. पौराणिक फिल्मों और समाजवादी सिनेमा से लेकर ‘एंग्री यंग मैन’ के आगमन तक, ऐतिहासिक विषयों पर बनी मौजूदा फिल्में काल्पनिक अंधराष्ट्रवाद में डूबी हुई हैं. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हर दौर में विभिन्न विषयों पर बनने वाली फिल्मों ने दर्शकों को उस समय की राजनीति और सामाजिक सरोकारों से रूबरू कराया है.’’ अभिनेता ने कहा कि अब भी भारतीय सिनेमा द्वारा “नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता पर सवाल उठाए जा रहे हैं.”
बता दें कि फिल्म पठान को लेकर चल रहे विवाद के बीच कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उद्गाटन समारोह को संबोधित करते हुए अमिताभ बच्चन ने ये बातें कहीं. अमिताभ बच्चन के साथ शाहरुख खान भी वहां मौजूद थे.
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