समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1जुलाई। देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, जिसमें बच्चों पर ज्यादा असर नहीं करे इसके लिए बच्चों की वैक्सीन तैयार करने पर लगातार जोर दिया जा रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट 2-17 साल की उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति चाहता है। लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट को वैक्सीन की सरकारी कमेटी ने इसके ट्रायल की अनुमति नहीं देने की सिफारिश की है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की उम्मीदें तोड़ दी हैं। सीरम ने बच्चों पर अपने टीके कोवोवैक्स के ट्रायल की अनुमति मांगी थी, जो नहीं मिली। DCGI ने तर्क दिया है कि अभी इस वैक्सीन को किसी भी देश ने मंजूरी नहीं दी है।
सीरम ने अगस्त, 2020 में अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स इंक के साथ मिलकर कोवावैक्स के निर्माण की घोषणा की थी। नोवावैक्स की इस वैक्सीन को भारत में कोवावैक्स नाम दिया गया। अगर इसे मंजूरी मिल जाती, तो यह सीरम की दूसरी कोविड 19 वैक्सीन होती।
बता दें कि सीरम ने हाल में ऐलान किया था कि कोवावैक्सीन का दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल जुलाई से 920 बच्चों पर शुरू होगा।
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