दिल्ली: कालकाजी में DDA की कार्रवाई से पहले पूर्व सीएम आतिशी हिरासत में, झुग्गीवासियों के समर्थन में पहुंचीं थीं मैदान में

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 10 जून: नई दिल्ली — दिल्ली के कई इलाकों में इन दिनों अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई चल रही है। हाल ही में मद्रासी कैंप और कालकाजी क्षेत्र में हुई तोड़फोड़ के बाद से सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व शिक्षा मंत्री आतिशी मंगलवार को कालकाजी स्थित भूमिहीन कैंप पहुंचीं, जहां से उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

झुग्गीवासियों से मिलने पहुंचीं आतिशी

कालकाजी में बुलडोजर कार्रवाई से पहले आतिशी उन लोगों से मिलने गई थीं जिनके घर टूटने की कगार पर हैं। स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद उन्होंने DDA की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया और झुग्गीवासियों के समर्थन में नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया।

“झुग्गीवालों की आवाज़ उठाने पर जेल भेजा जा रहा है” – आतिशी

हिरासत में लिए जाने के बाद आतिशी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा,
“बीजेपी सरकार कल इन झुग्गियों को ध्वस्त करने जा रही है और मुझे आज जेल भेजा जा रहा है क्योंकि मैं इन झुग्गीवासियों के लिए आवाज़ उठा रही हूं। बीजेपी और रेखा गुप्ता को इन लोगों की हाय लगेगी, बीजेपी कभी वापस नहीं आएगी।”

उन्होंने दावा किया कि कालकाजी के भूमिहीन कैंप में तोड़फोड़ से पहले भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा घर खाली करने के आदेश तीन दिन पहले चस्पा कर दिए गए थे। इन आदेशों में अतिक्रमण हटाने के लिए स्पष्ट अल्टीमेटम दिया गया था।

स्थानीय लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन

आतिशी ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनके साथ हैं। इस दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई। झुग्गीवासियों के साथ मिलकर उन्होंने “DDA वापस जाओ” जैसे नारों के जरिए विरोध दर्ज कराया।

DDA की इस कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है, जबकि बीजेपी का कहना है कि यह अभियान कानून के तहत किया जा रहा है।

राजनीतिक टकराव तेज

दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी तोड़फोड़ को लेकर राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। एक ओर सरकार इसे नियमित अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया बता रही है, वहीं विपक्ष इसे गरीबों के खिलाफ अन्याय बता रहा है। आतिशी की गिरफ्तारी ने इस मुद्दे को और अधिक तूल दे दिया है, और आने वाले दिनों में यह मामला और गरमाता नजर आ सकता है।

 

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