समग्र समाचार सेवा
अगरतला, 9जून। त्रिपुरा की अगरतला पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही सामने है जिसके बाद से हर कोई प्रशासन पर सवाल उठा रहा है। दरअसल
एक 22 वर्षीय व्यक्ति जिसे पुलिस ने मृत घोषित कर दिया गया था मंगलवार को जब वह घर लौटा तब उसके घर में उसका ‘श्रद्ध’ समारोह चल रहा था बता दें कि आकाश सरकार करीब एक महीने पहले लापता हो गया था।
इसके बाद उसके पिता ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में 3 जून को पुलिस ने पश्चिम अगरतला थाना अंतर्गत मेलरमठ के पास एक झील से एक शव बरामद किया। शुरुआती जांच में पता चला कि जिस व्यक्ति का शव झील से बरामद हुआ है वह कालीबाजार का रहने वाला है।
त्रिपुरा पुलिस ने कहा, “आकाश के पिता ने शव के साथ बरामद बैग, दवाओं और कपड़ों के आधार पर शव की पहचान अपने बेटे के रूप में की।” त्रिपुरा की पुलिस ने कहा है कि वह इस मामले की जांच करेगी क्योंकि यह गलत पहचान का मामला था। इस बीच, आकाश के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उस पर अपने बेटे के शव की पहचान करने के लिए दबाव डाला।
आकाश के पिता ने बताया कि “मैंने पुलिस को बार-बार बताया कि मेरे लापता बेटे की शक्ल झील से निकाले गए शव से मेल नहीं खाती। पुलिस ने जोर देकर कहा कि डूबने से शरीर सूज गया था। दरअसल, जिस थैले में गोलियां और पतलून थी, वह मेरे बेटे की थी, लेकिन वह इतना स्वस्थ नहीं था। आकाश ने कहा कि वह बटाला पुल के पास रहता है और हाल ही में वह अपनी एक बहन से मिला था।
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