समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 20 फरवरी। शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने रविवार को कहा कि अगर अकाली-बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन सत्ता में आता है, तो पार्टी राज्य में पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने का फैसला करेगी। बिक्रम मजीठिया ने कहा, “मेरी लड़ाई पंजाब के लोगों के लिए है। अमृतसर पूर्व को विकास की जरूरत है। गरीब लोग हैं, जिन्हें कल्याणकारी योजनाएं नहीं मिलती हैं। यह सबसे पिछड़ा है। सच्चाई की जीत होगी।” उन्होंने कहा, “हम राज्य विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ गठजोड़ पर फैसला करेंगे।”
नवजोत सिंह सिद्धू से हो रही मजीठिया की टक्कर
मजीठिया, जिन्होंने जनवरी में दो सीटों मजीठा और अमृतसर पूर्व से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ आमने-सामने होंगे। यहां तक कि अकाली दल के नेता गुरबचन सिंह ने भी संकेत दिया है कि अगर पार्टी के पास संख्या कम होती है, तो वह भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं। गुरबचन सिंह गुरदासपुर सीट से शिअद प्रत्याशी हैं।
अकाली दल-बीएसपी पंजाब में अगली सरकार बनाएगी
गुरबचन सिंह ने कहा, “हमें जीत का भरोसा है। अकाली दल-बीएसपी पंजाब में अगली सरकार बनाएगी। संख्या कम होने पर पार्टी भाजपा का समर्थन लेने का फैसला करेगी। यह संख्या पर निर्भर करता है, लेकिन कांग्रेस हमारी नंबर 1 दुश्मन है।” शिअद और बहुजन समाज पार्टी ने राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है, जिसमें दोनों दल 25 साल के अंतराल के बाद एक साथ आए हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बसपा पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ रही, जबकि बाकी पर शिअद ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
Comments are closed.