भारतीय सेना के लिए 659.47 करोड़ रुपये का सौदा, रक्षा मंत्रालय करेगा एडवांस्ड नाइट साइट की खरीद

रक्षा मंत्रालय ने 7.62x51 मिमी असॉल्ट राइफलों के लिए अत्याधुनिक नाइट साइट सिस्टम की खरीद का अनुबंध किया; इससे भारतीय सेना की रात में ऑपरेशन करने की क्षमता और सटीकता बढ़ेगी।

  • रक्षा मंत्रालय ने 15 अक्टूबर 2025 को 659.47 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
  • सौदा 7.62×51 मिमी एसआईजी 716 असॉल्ट राइफल के लिए एडवांस्ड नाइट साइट्स की खरीद हेतु किया गया।
  • नाइट साइट्स 500 मीटर तक लक्ष्य भेदने में सक्षम होंगी, मौजूदा PNS से अधिक प्रभावी।
  • खरीद में 51% से अधिक स्वदेशी सामग्री; MSME सेक्टर को मिलेगा लाभ।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 16 अक्टूबर: भारत की रक्षा तैयारियों को नई तकनीक से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना की 7.62 x 51 मिमी असॉल्ट राइफलों के लिए अत्याधुनिक नाइट साइट (इमेज इंटेंसिफायर) और सहायक उपकरणों की खरीद हेतु 659.47 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।

यह नाइट साइट सिस्टम भारतीय सैनिकों को SIG 716 असॉल्ट राइफल की लंबी रेंज का पूरा लाभ उठाने में सक्षम बनाएगा। इन उपकरणों से सैनिक कम रोशनी या स्टारलिट कंडिशन में भी 500 मीटर की दूरी तक लक्ष्यों को सटीकता से भेद सकेंगे। मौजूदा पैसिव नाइट साइट्स (PNS) की तुलना में यह नई तकनीक कई गुना बेहतर प्रदर्शन करेगी।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह खरीद भारतीय-आईडीडीएम (Indigenously Designed, Developed and Manufactured) श्रेणी में की गई है, जिसमें 51 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री शामिल है। इससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को और बल मिलेगा।

इसके साथ ही इस पहल से देश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSME) को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। इन उद्योगों को कल-पुर्जों के निर्माण, असेंबली और कच्चे माल की आपूर्ति में भागीदारी का अवसर मिलेगा, जिससे देश के रक्षा उत्पादन तंत्र में स्थानीय योगदान मजबूत होगा।

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारतीय सेना की रात्रिकालीन अभियानों और सीमावर्ती क्षेत्रों में संचालन क्षमता को नई ऊँचाई देगा। यह अनुबंध न केवल भारतीय सैनिकों की तकनीकी दक्षता को बढ़ाएगा बल्कि भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता को भी एक नई दिशा देगा।

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