दिल्ली: उपराज्यपाल ने ‘ग्रामोद्योग विकास योजना’ के तहत 130 लाभार्थियों को वितरित किए मधुमक्खी बक्से और टूलकिट
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5जुलाई।दिल्ली के उपराज्यपाल नय कुमार सक्सेना ने 4 जुलाई, 2023 को 130 लाभार्थियों को मधुमक्खी बक्से और टूलकिट वितरित किए। इस कार्यक्रम का आयोजन खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, राज्य कार्यालय, दिल्ली, भारत सरकार की ‘ग्रामोद्योग विकास योजना’ के तहत किया गया था।
यह समारोह चैनसुख वाटिका, यमुना पुस्ता रोड, जगतपुर गांव में सम्पन्न हुआ। इसमें दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी, खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार, केवीआईसी के उत्तरी क्षेत्र के सदस्य नागेंद्र रघुवंशी, केवीआईसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनीत कुमार, दिल्ली केवीआईसी राज्य कार्यालय के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निदेशक सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में विनय कुमार सक्सेना ने ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर सृजित करने में खादी और ग्रामोद्योग आयोग की ओर से निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहयोग से 2017 में केवीआईसी द्वारा शुरू किए गए हनी मिशन की सफलता को रेखांकित किया। अब तक, 20 हजार किसानों और मधुमक्खी पालकों को 2 लाख से अधिक मधुमक्खी बक्से और शहद कालोनियां वितरित की गई हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए रास्ते खुले हैं और किसानों की आय में वृद्धि हुई है। सक्सेना ने केवीआईसी के माध्यम से दिल्ली के गांवों में खादी और ग्रामोद्योग विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को मजबूती प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
सांसद मनोज तिवारी ने अपने संबोधन में अपने निर्वाचन क्षेत्र में युवाओं को लघु एवं कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के साथ सहयोग करने की मंशा व्यक्त की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आयोग द्वारा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किये जा रहे ऐतिहासिक कार्यों की प्रशंसा की। तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि इन पहलों से जुड़कर युवा न केवल अपना रोजगार कर सकते हैं बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसरों का सृजन कर सकते हैं।
केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने अपने वक्तव्य में स़ुदृढ़, सक्षम और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत द्वारा की गई प्रगति की सराहना की। उन्होंने “मेक इन इंडिया” और “मेक फॉर वर्ल्ड” सिद्धांतों के महत्व के साथ-साथ नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रतिपादित “लोकल टू ग्लोबल” के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। कुमार ने कहा कि “आत्मनिर्भर भारत” अभियान के तहत केवीआईसी ग्रामीण भारत में रोजगार के नए साधन उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में केवीआईसी ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। इस दौरान यहां 1.34 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ, जो इसके 66 साल के इतिहास में सर्वाधिक है।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामोद्योग विकास योजना (जीवीवाई) के तहत 10 लाभार्थियों को 100 मधुमक्खी-बक्से और मधुमक्खी-कॉलोनी वितरित किए गए, जबकि 20 प्रशिक्षित लाभार्थियों को प्लंबर टूलकिट और 50 लाभार्थियों को फुटवियर रिपेयरिंग टूलकिट प्रदान किए गए। इससे दिल्ली के जगतपुर गांव के 35 लाभार्थियों को लाभ हुआ। इसके अतिरिक्त, चमड़ा उद्योग के अंतर्गत एक स्व-सहायता समूह को चमड़े के जूते बनाने की मशीन और टूलकिट प्रदान किए गए, जिससे 10 लाभार्थियों को लाभ हुआ। इसके अलावा, मल्टी डिस्प्लेनरी ट्रेनिंग सेंटर (एमडीटीसी), केवीआईसी नई दिल्ली में लेदर फुटवियर में प्रशिक्षित 40 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में दिल्ली सरकार और खादी और ग्रामोद्योग आयोग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने भाग लिया।
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