समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 मार्च। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में दिल्ली नगर निगम संशोधन बिल 2022 पेश कर दिया है। गौरतलब है कि इसी मंगलवार को मोदी कैबिनेट ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों के एकीकरण पर अपनी मुहर लगा दी थी। कल यानी गुरुवार को भाजपा ने अपनी सभी सांसदों को लोकसभा की कार्यवाही में उपस्थित रहने के लिए व्हिप भी जारी किया था। जैसे लोकसभा के पटल पर बिल पहुंचा वैसे ही इसका विरोध होना शुरू हो गया। केंद्र की इस पहल को कांग्रेस और बसपा ने सिरे से खारिज कर दिया।
2011 में हुए थे नगर निगम के टुकड़े
गौरतलब है कि साल 2011 में दिल्ली नगर निगम के तीन टुकड़े किए गए थे। नगर निगम को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम समेत तीन नगर निगमों में विभाजित किया गया था।
टल चुकी हैं चुनाव की तारीख
गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम की चुनाव की तारीख का इसी महीने एलान होना था। राज्य चुनाव आयोग ने नौ मार्च को एक प्रेस कांफ्रेंस भी की थी। इस पीसी में चुनाव आयोग ने कहा था कि उपराज्यपाल ने पत्र भेजकर तीनों नगर निगमों के एकीकरण के लिए केंद्र सरकार की मंशा से उसे अवगत कराया है। इस वजह से आयोग निगम चुनाव की तारीख की घोषणा टाल दी थी। आयोग का कहना है कि 18 मई से पहले नगर निगम का चुनाव हो जाना चाहिए। इसके लिए 18 अप्रैल तक अधिसूचना जारी करनी होगी।
तीनों मेयरों ने केंद्र को भेजा था प्रस्ताव
बता दें कि नगर निगम के तीनों मेयर इसके एकीकरण का प्रस्ताव दे चुके हैं। उत्तरी निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह, दक्षिणी के मुकेश सुर्यान व पूर्वी के श्याम सुंदर अग्रवाल ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। तीनों मेयरों ने इस प्रस्ताव में कहा था कि निगमों की खराब आर्थिक स्थिति से कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हो रही है और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, ऐसे में इन्हें एक करने की आवश्यकता है।
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