समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 दिसंबर।
दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में अंतरजिला चेन, पर्स और मोबाइल स्नेचिंग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। बिंदापुर पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से चोरी की आठ मोटरसाइकिलें, सात मोबाइल फोन और लगभग 5.6 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया है। इस मामले में पुलिस ने एक सुनार को भी गिरफ्तार किया है, जो चोरी का सोना खरीदता था।
गिरफ्तार मुख्य आरोपी विशाल उर्फ घोड़ेवाला, ‘विक्की टक्कर’ गैंग का सक्रिय सदस्य है। पुलिस ने इस गिरोह की गिरफ्तारी से चेन स्नेचिंग, पर्स चोरी, मोबाइल स्नेचिंग और वाहन चोरी के कुल 21 मामलों का खुलासा किया है।
डीसीपी के अनुसार, बिंदापुर पुलिस स्टेशन की टीम को क्षेत्र में बढ़ती स्नेचिंग और वाहन चोरी की घटनाओं को सुलझाने का जिम्मा सौंपा गया था। एसएचओ राजेश मलिक के नेतृत्व और एसीपी ईशान भारद्वाज की निगरानी में एसआई नवीन, हेड कांस्टेबल राजू, योगराज, नीरज, हरि प्रकाश और कांस्टेबल राजेश डागर और संदीप की टीम ने यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
पुलिस ने पहले क्षेत्र के अपराध स्थलों की जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके साथ ही मुखबिरों की सहायता से आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी गई। 8 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि दो सक्रिय अपराधी बिंदापुर की गली नंबर 5 में आएंगे। पुलिस ने रात करीब 8:15 बजे जाल बिछाया और जैसे ही दोनों आरोपी वहां पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। हालांकि, वे भागने लगे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विशाल और विशाल चौहान के रूप में हुई। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चोरी की मोटरसाइकिलों का उपयोग स्नैचिंग के लिए करते थे और कुछ समय बाद इन्हें सुनसान जगहों पर छोड़ देते थे। उन्होंने बताया कि चोरी की सोने की चेन को धर्मेश वर्मा नामक एक सुनार को बेचते थे। पुलिस ने धर्मेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 5.6 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया।
इसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों पंकज कुमार (23) और राहुल कुमार उर्फ कबूतर (19) को भी गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर चार और मोटरसाइकिलें, 7 मोबाइल फोन और 4,900 रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से कुछ पहले भी जेल जा चुके हैं और रिहाई के बाद फिर से अपराध में लिप्त हो गए थे।
इनकी गिरफ्तारी से बिंदापुर, डाबरी, उत्तम नगर, तिलक नगर और साउथ कैंपस क्षेत्रों के कई मामलों को सुलझाने में सफलता मिली है। फिलहाल पुलिस अन्य संभावित सहयोगियों और गिरोह के नेटवर्क की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में स्नेचिंग और चोरी की घटनाओं में कमी आएगी।
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