इंद्र वशिष्ठ,
दिल्ली पुलिस में रिश्वतखोरी का सिलसिला थम नहीं रहा है। पुलिस के सतर्कता विभाग/ मुख्यालय के अफसरों की नाक के नीचे बाराखंबा रोड थाने में ही बेखौफ रिश्वत वसूली जा रही है। बाराखंबा रोड थाने की इमारत की ऊपरी मंजिल पर ही सतर्कता विभाग की स्पेशल कमिश्नर सहित अन्य वरिष्ठ अफसर बैठते हैं।
सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के बाराखंबा रोड थाने के सब- इंस्पेक्टर राजेश यादव को साढ़े चार लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। सब-इंस्पेक्टर राजेश यादव को उसके साथी सब- इंस्पेक्टर वरुण चीची ने रिश्वत लेने भेजा था।
बाराखंबा रोड थाने में ही क्षेत्र के एसीपी का भी दफ़्तर है।
इस मामले से एसएचओ और एसीपी की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग गया है।
25 लाख मांगे-
सीबीआई के अनुसार एक शिकायत के आधार पर नई दिल्ली जिला के बाराखंबा रोड थाना के सब- इंस्पेक्टर वरुण चीची के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया, जिसमें 25 लाख रुपये की रिश्वत की माँग का आरोप है।
आरोप है कि शिकायतकर्ता निजी कंपनी पर्ल ग्रुप में काम करता है, जिसका प्रबंध निदेशक निर्मल सिंह भंगू बाराखंबा रोड थाने में दर्ज प्राथमिकी संख्या 16/2018 में आरोपी है।
बेटी- दामाद को बंद करने की धमकी-
आरोप है कि 10-12 दिन पहले जब दिल्ली की तिहाड़ जेल से पुलिस रिमांड पर लाए गए निर्मल सिंह भंगू को शिकायतकर्ता दवाईयां देने के लिए बाराखंबा रोड थाने पहुंचा, तो सब- इंस्पेक्टर वरुण चीची ने भंगू से उनकी बेटी और दामाद को उक्त प्राथमिकी में गिरफ्तार न करने और इस मामले में न फंसाने के लिए 25 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। यह भी आरोप है कि सब – इंस्पेक्टर वरुण चीची शिकायतकर्ता से मांगे गए 25 लाख रुपये में से आंशिक भुगतान के तौर पर 5 लाख रुपये स्वीकार करने को सहमत हो गया।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं बाराखंबा रोड थाने के ही सब- इंस्पेक्टर राजेश यादव को शिकायतकर्ता से साढ़े चार लाख रुपये की रिश्वत लेने के दौरान पकड़ लिया। सब- इंस्पेक्टर राजेश यादव को रिश्वत की रकम लेने के लिए सब- इंस्पेक्टर वरुण चीची ने ही भेजा था।
सीबीआई द्वारा दोनों सब- इंस्पेक्टरों के परिसरों में तलाशी ली जा रही है।
निर्मल सिंह भंगू के खिलाफ फ्लैट ना देने और 1.20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला साल 2018 में बाराखंबा रोड थाने में दर्ज किया था जिसमें आरोपी को गिरफ़्तार कर ये रिश्वत मांगी गई थी।
पीएसएल चिटफंड कंपनी / पर्ल ग्रुप का संस्थापक निर्मल सिंह भंगू लगभग 6 करोड़ निवेशकों से करीब पचास हज़ार करोड़ रुपये ठग लेने के आरोप में जेल में है।
हवलदार गिरफ्तार-
सीबीआई के 28 अक्टूबर 2023 को दक्षिण जिले के मैदान गढ़ी थाने में तैनात हवलदार कमल कुमार को शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता राम पाल मैदान गढ़ी गांव में अपनी बेटी के प्लॉट पर निर्माण कार्य करवा रहा था। निर्माण कार्य को बंद करवाने की धमकी दे कर हवलदार कमल कुमार ने दस हजार रुपये प्रति छत/लेंटर रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता हवलदार को 35 हज़ार रुपये पहले दे भी चुका है।
एसीपी की नाक के नीचे रिश्वतखोरी–
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एक अन्य मामले में 24 अक्टूबर 2023 को उत्तरी जिला के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने सब- इंस्पेक्टर विजय पाल को निलंबित और लाइन हाज़िर कर दिया। सीबीआई ने 20 अक्टूबर 2023 को एसीपी धर्मेंद्र कुमार (ऑपरेशन सेल) के दफ़्तर में तैनात सब- इंस्पेक्टर विजय पाल के ख़िलाफ़ बाप-बेटे को हथियार बनाने के मामले में फंसाने की धमकी दे कर 5 लाख रुपए मांगने का मामला दर्ज किया।
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