समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24मई। कोरोना वायरस ने जहां एक तरफ पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों को बेरोजगार बना दिया तो कुछ लोगों ने आर्थिक तंगी का सामना किया। बड़ी-बड़ी कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा दिया, तो वहीं इस वायरस ने कई लोगों की किस्मत ही बदल दी। उन्हें जमीन से उठाकर बुलंदियों के आसमान पर पहुंचा दिया। हाल ही में ऑक्सफैम की आई एक रिपोर्ट ‘प्रॉफिटिंग फ्रॉम पेन’ में यह बताया गया है कि कोविड -19 महामारी ने हर 30 घंटे में एक नया अरबपति बनाया। वहीं 2022 में ही एक मिलियन लोग समान गति से अत्यधिक गरीबी में चले गए.
इस रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े अरबपति कारोबारी हर दो दिनों में अपनी संपत्ति 1 बिलियन डॉलर बढ़ा रहे हैं। इसके पीछे की वजह है महत्वपूर्ण वस्तुओं की लागत दशकों की तुलना में तेजी से बढ़ना। ‘प्रॉफिटिंग फ्रॉम पेन’ रिपोर्ट तब जारी की गई है जब विश्व आर्थिक मंच कोरोना काल के बाद दावोस में वैश्विक अभिजात वर्ग की दुनिया की सबसे विशिष्ट सभा का आयोजन करने जा रहा है. बता दें कि इससे पहले वैश्विक अभिजात वर्ग दो साल पहले स्विस में जुटा था. तब इंटरनेशनल चैरिटी ने तर्क दिया था कि अब वह समय आ गया है, जब कम भाग्यशाली यानी गरीब लोगों की मदद करने के लिए अमीरों पर टैक्स लगाया जाए.
ऑक्सफैम का अनुमान है कि इस साल 263 मिलियन लोग अधिक गरीबी में चले जाएंगे. यह रफ्तार हर 33 घंटे में एक मिलियन की दर से होगी. वहीं इसके दूसरी तरफ कोरोना महामारी के दौरान 573 लोग करोड़पति बन गए या हर 30 घंटे में एक शख्स करोड़पति बन गया.
ऑक्सफैम इंटरनेशनल के कार्यकारी निदेशक गैब्रिएला बुचर इस पर कहते हैं कि, महामारी और अब भोजन व ऊर्जा की कीमतों में भारी वृद्धि, सीधे शब्दों में इन लोगों के लिए एक वरदान बन गई है. वहीं दूसरी ओर लाखों लोग केवल जीवित रहने की लागत में असंभव वृद्धि का सामना कर रहे हैं. COVID-19 के पहले 24 महीनों में अरबपतियों की संपत्ति में पिछले 23 वर्षों की तुलना में अधिक वृद्धि हुई है. दुनिया के अरबपतियों की संयुक्त संपत्ति अब वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 13.9% है. यह 2000 (4.4 प्रतिशत) से तीन गुना वृद्धि है.
ऑक्सफैम के नए अध्ययन में यह भी पाया गया है कि ऊर्जा, खाद्य और दवा क्षेत्रों के व्यवसाय जिनमें कंपनी का एकाधिकार है, रिकॉर्ड मुनाफा कमा रहे हैं. इसके बाद भी यहां काम करने वालों की मजदूरी बहुत कम है. पिछले दो वर्षों में खाद्य और ऊर्जा सेक्टर से जुड़े अरबपतियों की संपत्ति में 453 अरब डॉलर या हर दो दिन में 1 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है. विश्व की 5 प्रमुख ऊर्जा कंपनियां (BP, Shell, Total Energies, Exxon और Chevron) प्रति सेकंड 2600 डॉलर का लाभ कमा रही हैं, जबकि 62 नए खाद्य करोड़पति इस टाइम पीरियड में उभरे हैं.
Comments are closed.