समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6अगस्त। मुजफ्फरनगर जिले की अर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या काकरान ने कामनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतकर एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया है। कांस्य पदक के लिए खेले गए मैच में टोंगा की पहलवान को मात्र तीस सेकेंड ही पटखनी देकर दिव्या के पदक जीता।
दिव्या पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में भी कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनके पिता ने कहा कि बेटी पर गर्व है।
मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या के शुक्रवार को 68 किलोभार वर्ग में चुनौती पेश की। उन्होंने पहली कुश्ती में नाइजीरिया की ब्लैंडाइन न्येह को 4-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में किस्मत दिव्या का साथ नहीं दे सकी। नाइजीरिया की ओलंपिक विजेता पहलवान ओबोरुडुडू से वह मात खा गईं।
दिव्या ने इससे पहले वर्ष 2018 में गोल कोस्ट कामनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया था। अब तक वह 58 स्वर्ण, सात रजत और 15 कांस्य पदक जीत चुकी है। दिव्या दिल्ली के शाहदरा रेलवे स्टेशन पर सीनियर टिकट कलक्टर के पद पर तैनात हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्या को कांस्य पदक जीतने पर शुभकामनाएं दीं।
प्रधान मंत्री ने ट्वीट किया, “भारत के पहलवान उत्कृष्ट हैं और यह सीडब्ल्यूजी में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है। दिव्या पहलवान के कांस्य जीतने पर गर्व है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए संजोई जाएगी। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”
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