ऑपरेशन सिंदूर का भूकंप! पाकिस्तान से लेकर चीन, अमेरिका और तुर्किए तक मचा हड़कंप!

जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,19 मई ।
भारत का एक मिशन—नाम है “ऑपरेशन सिंदूर”। नाम जितना शांत, असर उतना ही विस्फोटक। इस ऑपरेशन की गूंज अब सिर्फ पाकिस्तान तक सीमित नहीं रही। चीन, अमेरिका और तुर्किए जैसे अंतरराष्ट्रीय ताकतवर देश भी अब अलर्ट मोड में हैं। यह वही ऑपरेशन है जिसने न सिर्फ दुश्मनों की नींद उड़ाई है, बल्कि भारत की रणनीतिक ताकत का अहसास दुनिया को करवा दिया है।

ऑपरेशन सिंदूर कोई आम सैन्य मिशन नहीं है। यह भारत की साइबर, इंटेलिजेंस और डिप्लोमैटिक स्ट्राइक का ऐसा साझा उदाहरण है, जो चुपचाप शुरू हुआ लेकिन उसका असर दुनिया के कई देशों के कानों तक पहुंच चुका है। यह मिशन खासतौर पर भारत की आंतरिक सुरक्षा, सीमाओं पर घुसपैठ, और देशविरोधी ताकतों के खिलाफ एक निर्णायक जवाब है।

पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ साजिशों का गढ़ रहा है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने वहां की ISI और आतंक के आकाओं के पसीने छुड़ा दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, कई खुफिया नेटवर्क ध्वस्त किए जा चुके हैं और सीमापार गतिविधियों पर सख्त निगरानी लगाई गई है।

“अब सिर्फ शब्दों से नहीं, तकनीक और ताकत से जवाब मिलेगा,” – एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी

चीन जहां एक ओर LAC पर अपनी आंखें तरेर रहा है, वहीं ऑपरेशन सिंदूर ने उसकी साइबर जासूसी, डेटा चोरी और ड्रोन निगरानी जैसे प्लान को गहरे झटके दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस मिशन के तहत चीनी नेटवर्क की गतिविधियों को ट्रैक कर कई साजिशें नाकाम की गई हैं।

अमेरिका को भले ही खुद को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत मानने की आदत हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की गोपनीयता और रणनीति ने वहां के खुफिया हलकों में भी हलचल पैदा कर दी है। अमेरिकी थिंक टैंक्स अब भारत की नवीनतम सैन्य रणनीतियों और टेक्नोलॉजी की समझ में जुट गए हैं।

तुर्किए ने हाल के वर्षों में कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी बयान दिए हैं। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने उसकी भी नींद उड़ा दी है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, भारत अब मध्य एशिया में अपनी मौजूदगी और प्रभाव को मजबूती से स्थापित कर रहा है। और यही बात तुर्किए को खल रही है।

  1. इंटेलिजेंस फर्स्ट: पहले से ही दुश्मन की चाल पकड़ना और जवाबी योजना तैयार करना।

  2. साइबर वारफेयर: डिजिटल मोर्चे पर हमला, डेटा सेंटर तक की जड़ें हिलाना।

  3. डिप्लोमैटिक बैकअप: अंतरराष्ट्रीय मंच पर विरोधी देशों को अलग-थलग करना।

  4. काउंटर टेरर नेटवर्क: आतंकी मॉड्यूल को जड़ से खत्म करना।

  5. साइलेंस स्ट्रैटजी: बिना शोर मचाए करारा प्रहार।

भारत अब वही देश नहीं रहा जो सिर्फ बचाव में रहता था। ऑपरेशन सिंदूर ने ये साबित कर दिया है कि भारत अब पहले वार करने की ताकत और नीयत दोनों रखता है। दुनिया चाहे कोई भी हो—पाकिस्तान, चीन, अमेरिका या तुर्किए—अब उन्हें भारत की नई रणनीतिक सोच के साथ कदम मिलाकर चलना होगा।

Comments are closed.