समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31जनवरी। दिल्ली आबकारी घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर समन भेजा है. ED की तरफ से केजरीवाल को भेजा गया यह 5वां समन है.
केजरीवाल को पहली बार 2 नवंबर को बुलाया गया था. इसके बाद उन्हें 21 दिसंबर, 3 जनवरी और 13 जनवरी को बुलाया गया. अगर केजरीवाल इस समन पर भी उपस्थित नहीं होते हैं तो जांच एजेंसी उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के लिए अदालत का रुख कर सकती है.
पिछले चार समन को नजरअंदाज कर चुके हैं केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए पहले चार समन को नजरअंदाज कर दिया था. उन्होंने आरोप भी लगाया कि केंद्रीय एजेंसी चुनाव से तीन महीने से भी कम समय पहले उन्हें गिरफ्तार करने और उनकी पार्टी को कमजोर बनाने के लिए सजिश रच रही है.
दिल्ली शराब घोटाला क्या है?
दिल्ली की केजरीवाल सरकार साल 2021-22 में नई शराब नीति लेकर आई थी. इस नीति में घोटाले के आरोप लगे थे. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस मामले में CBI जांच की शिफारिश की थी. जिस समय दिल्ली में नई शराब नीति लागू हुई, उस समय उपमुख्यंत्री मनीष सिसोदिया के पास ही दिल्ली का आबकारी विभाग भी था. घोटाले के आरोपों की वजह से यह नई शराब नीति दिल्ली सरकार के लिए गले की फांस बन गई.
इसी शराब घोटाले के चलते ही पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इसी साल फरवरी में गिरफ्तार हुए थे और अब तक जेल में हैं. दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2021 को नीति लागू की, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे रद्द कर दिया.
‘AAP’ के तीन बड़े नेता जेल में
हाल ही में जांच एजेंसी ने संजय सिंह को गिरफ्तार किया था. संजय सिंह केंद्रीय एजेंसी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले ‘आप’ के तीसरे नेता हैं. उनसे पहले मनीष सिसोदिया को इस साल की शुरुआत में और सत्येन्द्र जैन को बीते साल गिरफ्तार किया गया था. हालांकि सत्येंद्र जैन फिलहाल मेडिकल ग्राउंड पर जेल से बाहर हैं.
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