महादेव सट्टा मामले में ED की बड़ी कार्रवाई: 387 करोड़ की संपत्ति कुर्क, विदेशी कंपनियों का भी हुआ खुलासा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 दिसंबर।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महादेव सट्टा मामले में एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए 387 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया है। इस सट्टेबाजी घोटाले में विदेशी कंपनियों और बड़े नेटवर्क का भी खुलासा हुआ है। इस कार्रवाई ने न केवल इस अवैध गतिविधि के बड़े पैमाने पर काम करने वाले तंत्र को उजागर किया है, बल्कि इसे चलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संकेत भी दिया है।

क्या है महादेव सट्टा मामला?

महादेव सट्टा ऐप एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो लोगों को अवैध तरीके से जुए में लिप्त करता है। यह नेटवर्क न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी संचालित किया जाता है। इसकी कमान दुबई से संचालित की जा रही थी, और इसमें करोड़ों रुपये का अवैध लेनदेन हुआ है।

ED की कार्रवाई का विवरण

प्रवर्तन निदेशालय ने जांच के दौरान पाया कि महादेव सट्टा नेटवर्क ने अवैध तरीके से अर्जित संपत्तियों को छिपाने के लिए कई बोगस कंपनियां और विदेशी खातों का इस्तेमाल किया। इस कार्रवाई में जिन 387 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया गया है, उनमें:

  • बैंक खातों में जमा रकम
  • लग्जरी गाड़ियां
  • महंगे रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज
  • विदेशों में स्थित संपत्तियां
    शामिल हैं।

विदेशी कंपनियों का जुड़ाव

जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस नेटवर्क ने धन को सफेद करने के लिए विदेशी कंपनियों का सहारा लिया। दुबई और अन्य देशों में स्थित कंपनियां इस काले धन को वैध बनाने के लिए इस्तेमाल की गईं। इन कंपनियों पर अब सख्त कार्रवाई की तैयारी हो रही है।

प्रवर्तन निदेशालय का बयान

ED ने कहा कि यह कार्रवाई महादेव सट्टा नेटवर्क के अवैध वित्तीय लेनदेन को खत्म करने और इस अवैध व्यापार के मुख्य साजिशकर्ताओं तक पहुंचने का हिस्सा है। इस मामले में कई हाई-प्रोफाइल लोगों की संलिप्तता की भी जांच चल रही है।

अवैध सट्टेबाजी पर सरकार का रुख

यह मामला देश में अवैध सट्टेबाजी और जुए की बढ़ती समस्या को रेखांकित करता है। सरकार और प्रवर्तन एजेंसियां इस पर सख्ती से नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष

महादेव सट्टा मामला न केवल अवैध सट्टेबाजी के बढ़ते खतरे को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह से इन नेटवर्क का संचालन बड़े पैमाने पर होता है। ED की यह कार्रवाई अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है। इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई से और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।

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